"चर्चा मंच" अंक-65 चर्चाकारः डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक" आइए आज का "चर्चा “मंच" सजाते हैं। शुरूआत करते है- समीरलाल (उड़नतश्तरी) की पोस्ट- हरिद्वार में शिवरात्रि के “कुम्भ-स्नान” से- |
उड़न तश्तरी .... शाही स्नान: मुक्ति घाट पर - शायद इन्सानी फितरत है. हर इन्सान मुक्ति चाहता है. हर इन्सान शांति चाहता है और इसी तलाश में और अधिक उलझता चला जाता है. क्या हमें सही मार्ग ज्ञात नहीं? हो.. | मसि-कागद पहिचानिए इन्हें ये कौन स्टार हैं???? ;दीपक 'मशाल' - पहिचानिए इन्हें ये कौन स्टार हैं???? किसके हैं ये कैरिकेचर??? बताने वाले होंगे विजेता.... पहला प्रयास था इसलिए ज्यादा सफल नहीं हुआ... sorrrry दीपक 'मशाल' |
ताऊ डॉट इन ताऊ पहेली - 61 : विजेता : श्री प्रकाश गोविंद - प्रिय भाईयो और बहणों, भतीजों और भतीजियों आप सबको घणी रामराम ! हम आपकी सेवा में हाजिर हैं ताऊ पहेली - 61 का जवाब लेकर. कल की ताऊ पहेली का सही उत्तर है रणकपुर... | आदित्य (Aaditya) घुड़सवारी... - कल बताया की जब हम शाम को कन्याकुमारी के बीच पर पहुचे तो घोड़ा जा चुका था... बल्कि घोड़ा हमारे सामने ही निकल गया.. और हम अपनी गाडी से देखते रह गए.. घुड़सवा... |
समाचार:- एक पहलु यह भी वैलंटाइंस डे, प्यार, इजहार और देशभक्त - पहले लिखी हुई बात दोहराना नहीं चाहता लेकिन इतना बताना चाहता हूँ की रविवार को सुबह जल्दी उठ गया. अजीब सी बेचैनी थी की आज वैलंटाइंस डे भी है रविवार भी. स्कूल... | आरंभ Aarambha प्रख्यात पंडवानी गायिका रितु वर्मा छुटपन में कीर्तिमान - 10 जून 1979 को भिलाई की श्रमिक रूआबांधा में जन्मी कु. रितु वर्मा ने अगस्त 1989 में विदेशी मंच पर अपना पहला कार्यक्रम दिया। मात्र दस वर्ष की उम्र में जापान ... |
ताऊजी डॉट कॉम खुल्ला खेल फ़र्रुखाबादी एक अनुरोध !!! - आपके सुझाव अनुसार ताऊजी डाट काम पर मंगलवार एवम शुक्रवार शाम 4:44 PM पर प्रकाशित होने वाली पहेली का समय पुर्ववत शाम 6:00 PM कर दिया गया है. यानि कल से मंगलव... | नीरज किताबों की दुनिया - 24 - जैसे उजड़े हुए मंदिर में हवा का झोंका ऐसे आ जाएँ कभी लौट के आने वाले मुझसे क्या पूछते हो मैंने उन्हें कब देखा पेड़ की आड़ में थे तीर चलाने वाले ढूंढ कर ... |
नवगीत की पाठशाला देखो वसंत आ गया! - पीत पीत हुए पात, सिकुड़ी सिकुड़ी सी रात ठिठुरन का अंत आ गया। देखो वसंत आ गया।। मादक सुगंध से भरी, पंथ-पंथ आम्र मंजरी कोयलिया कूक कूक कर, इठलाती फिरे बावरी ... | JHAROKHA यादों के झरोखों में माँ - * * * * * * * * * * *पिछ्ले साल आज के ही दिन पन्द्रह फ़रवरी को मां की याद में एक कविता लिखी थी,जो आज हकीकत में बदल गई ।पिछ्ले महीने सोलह जनवरी को मां... |
अविनाश वाचस्पति टिप्पणियां नहीं करूंगा अब से मैं* what an idea ... ? (अविनाश वाचस्पति) - व्हॉट एन आइडिया ? इसका आशय यह न लिया जाये कि मैं पोस्ट नहीं पढूंगा या नहीं देखूंगा ब्लॉग यह सब तो करूंगा पर टिप्पणियां नहीं करूंगा* टिप्पणियां नह... | नन्हा मन मां-मां मुझको भूख लगी - प्रतीक जी के चित्र पर आधारित कविता - मां-मां मुझको भूख लगी जलदी क्यों न तू जगी देखो मेरा खाली पेट हो जाऊंगा स्कूल से लेट सैंडविच या फ़िर मैगी नूडल्स कोल्ड ड्रिण्क दो साथ में बस या फ़िर दे दो सूप ... |
हिंदी ब्लॉगरों के जनमदिन आज वन्दना गुप्ता की वैवाहिक वर्षगांठ है - आज, 15 फरवरी को ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़र, एक प्रयास, ज़ख्म…जो फूलों ने दियेवालीं वन्दना गुप्ता की वैवाहिक वर्षगांठ है। इनका ईमेल पता rosered8flower@gmail.com... | सरस पायस मान्या की दादी का एक बालगीत : पीछे-पीछे सब डिब्बों से - गिरिजा कुलश्रेष्ठ पीछे-पीछे सब डिब्बों से नन्ही मान्या घुटनों-घुटनों चलती किलक-किलककर! उसे पकड़ने दौड़ पड़ा है पीछे-पीछे सब घर! चश्मा रख... |
गत्यात्मक ज्योतिष क्या इस तरह के ग्राफों के बाद भी ज्योतिष की वैज्ञानिकता पर प्रश्नचिन्ह लगाया जा सकता है ?? - गिरीश बिल्लौरे 'मुकुल' जी द्वारा लिए गए मेरे इंटरव्यू वाले पोस्ट में दो प्रकार की ग्राफ की भी चर्चा की गयी है , जो उनके जन्म विवरण के आधार पर 'गत्यात्म... | MUMBAI TIGER मुम्बई टाईगर वेलेंटाइन डे हिंदी में बोले तो प्रेमियों का दिन - *किसी कारण वश यह पोस्ट मै कल १४ फरवरी को प्रसारित नही कर पाया। कारण कि मै उन्ह दिनो बैन्गलोर मै हू। यह पोस्ट आज प्रसारित कर रहा हू। क्ष मा करे। * प्रेम ए... |
पराया देश आज हम साली के घर केद हो गये प्यार मै.... - आज ६ फ़रवरी की सुबह है, ओर मै हमेशा की तरह बहुत जल्द ऊठ गया, देखा तो भाभी बाहर कपडे सुखने के लिये डाल रही थी, ओर दोस्त सुबह अपनी दिन चर्या पर घुमने चला गया... | KNKAYASTHA INSIDE-OUT अपनी ख्वाहिश - लोगों को देखा तो ये सोच आया हम अपनी कोशिशें रखेंगे ज़ारी! सफलता को छूने के लिए करेंगे मेहनत अपनी ख्वाहिशें न रहने देंगे अधूरी! इस सोच को न बदलने देंगे! आये .. | दाल रोटी चावल दही बड़ा -- कुछ नए अंदाज में! - आज कल तो फैट फ्री - लो कैलोरी भोजन का जमाना आ गया है क्यों न हो , एक इतनी महंगाई और फिर इन सबसे बढती स्वास्थ्य की समस्यायों से दो चार तो हमी... |
नव-सृजन प्यार का महीना : फरवरी - क्या आप जानते हैं कि फरवरी महीना प्यार को समर्पित है। ’रोज डे’ से शुरू ’मिसिंग डे’ पर खत्म और बीच में मनभावन 'वैलेंटाइन डे'। वस्तुत : फरवरी में दिवस मनाने ... | मुझे कुछ कहना है आग क्यों नहीं धधकती इन सीनों में? - कल्पेश याग्निक जलजले कहकर नहीं आते। लेकिन, पुणे में तो जलजला पूरी घोषणा के साथ आया। तीन राज्य सरकारों के पास कागज थे। दो केंद्रीय खुफिया ... | शब्द-शिखर इज़हार-ए-मोहब्बत में थप्पड़ - वैलेंटाइन-डे बखूबी बीत गया, यदि आप ऐसा सोचते हैं तो ग़लतफ़हमी दूर कर लें. कल 14 फरवरी जहाँ प्रेम के इजहार का दिन था वहीं आज इसी कड़ी में 'स्लैप-डे' ... |
Science Bloggers' Association The Extra terrestrial (ई0टी0 मूवीज़) - The Extra terrestrial. The word itself extra terrestrial evokes the inquisitiveness of a common man, as soon as word is said several images start coming in ... | Dr. Smt. ajit gupta विवाह के बारे में फोकटी सलाह - मैं पढ़-लिखकर डिग्री-विग्री लेकर शादी के लिए तैयार थी। जैसे ही पढ़ाई पूरी होती है, बस एक ही काम बचता है वह है शादी। पिताजी ने कहा कि तुम अब नौकरी भी करने लगी... | मुसाफिर हूँ यारों शिव का स्थान है - शिवखोडी - एक बार की बात है। एक असुर था- भस्मासुर। उसने शिवजी से वरदान ले लिया था कि वो जिसके सिर पर भी हाथ रखेगा, भस्म हो जायेगा। इसका पहला प्रयोग उसने शिवजी पर ही क... |
हास्यफुहार टॉनिक - टॉनिक खदेरन एक बाजार से गुजर रहा था। सड़क के किनारे फुटपाथ पर एक ठेला गाड़ी लगाए एक दुकानदार शीशी को हवा में लहरा लहरा कर कुछ बेच रहा था। उसने उत्सुकताव... | चौराहा वेलेंटाइन डे : मंटो के बहाने अनूठी मोहब्बत के चंद अफसाने - http://mohallalive.com/ 2010/02/14/valentine-day-special-writeup-by-chandidutt-shukla/ से साभार... * **कहते हैं,* दिल की लगी क्या जाने ऊंच-नीच, रीत-रिवाज, .. | घुघूतीबासूती आज भी है वैलेन्टाइन दिवस................................... घुघूती बासूती - सोचती हूँ कि १० साल पहले आज के दिन कितने खतरे मोल लेकर हम दोनों मिले थे। तब कुछ ही महीने पुराना प्यार था। जानते थे कि मिलने में खतरा है, कि संस्कृति के रक्... |
ज़िंदगी के मेले जब ब्लॉगवाणी पर नापसंद क्लिक करते करते स्थिति एकाएक उलट गई - पिछले गुरूवार, 11 फरवरी को किसी कार्य से अपने शहर भिलाई के बीएसएनएल कार्यालय में था तो एक ब्लॉगर साथी ने मोबाईल पर सम्पर्क किया। अन्य कई बातों के बीच *उनका ... | मेरी भावनायें... दिल का हिस्सा - मैं दिल का वह हिस्सा हूँ जिससे तुम कहो ना कहो वह सुनता है धड़कता है..... कई बार आँखें नम होती हैं पलकों पे ठहरी बूंद तुम्हारी परछाईं बन जाती है.... |
today's CARTOON कार्टून-बाल ठाकरे साहेब, अशोक चव्हाण का जबाव सुन लीजिये....BY आरडीएक्स | Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून कार्टून:- पुणे से आई अमन की आशा :-) |
आज की चर्चा में बस इतना ही! |
वाह ! वाह !
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ...........आनन्द आया......
वाह .. बढिया !!
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह अच्छी चर्चा!
जवाब देंहटाएं--
कह रहीं बालियाँ गेहूँ की - "वसंत फिर आता है - मेरे लिए,
नवसुर में कोयल गाता है - मीठा-मीठा-मीठा!"
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संपादक : सरस पायस
nice
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह बढ़िया चर्चा...जानकारी के साथ..
जवाब देंहटाएंआनन्ददायक चर्चा..बहुत खूब!
जवाब देंहटाएंफर्स्टक्लास चर्चा.....
जवाब देंहटाएंआभार्!
सुन्दर संयोजन ! बेहतरीन !
जवाब देंहटाएंgood...gooder...goodest...!!!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा संकलन है मयंक जी.
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह लाजवाब चर्चा.
जवाब देंहटाएंरामराम.
bahut hi sundar charcha.......aabhar.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर. समग्र. आभार.
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