"चर्चा मंच" अंक-73
चर्चाकारः डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक"
आइए आज का "चर्चा मंच" सजाते हैं-
आज न कोई फोटो और न कोई टीका-टोका!
सीधे ले चलते हैं आपको दिनभर की हलचल पर!
निवेदन यह है कि यदि आप
पल-पल! हर पल!! http://palpalhalchal.feedcluster.com/
में अपना ब्लॉग शमिल कर लेंगे तो
मुझे चर्चा मंच में आपका लिंक उठाने में सरलता होगी।
ज़िन्दगी
कमरों वाला मकान - इस मकान के कमरों में बिखरा अस्तित्व घर नही कहूँगी घर में कोई अपना होता है मगर मकान में सिर्फ कमरे होते हैं और उन कमरों में खुद को खोजता अस्तित्व टूट -टूट कर .. | नन्हें सुमन
“ संगीता स्वरूप का बालगीतः रेल” - “छुक-छुक करती आई रेल!” *छुक-छुक करती आई रेल!* *आओ मिलकर खेलें खेल!! * * * *लालू-ममता जल्दी आओ! * *आकर के डिब्बा बन जाओ!! * *खूब चलेगी अपनी रेल! * *आओ मिलकर ख... |
KNKAYASTHA INSIDE-OUT
संभला नहीं लेकिन... - मैं जब कहता हूँसोया नहीं कई रातों से,तुम्हें होता नहीं यकीन। मैं जब सोचता हूँघर से बाहर जाऊँ कैसे,कदम तले नहीं जमीन। मैं जब चाहता हूँभावों को पिरो दूँ कागज... | Alag sa
क्या धोनी के मन में कुछ और था ? - जिन्हें भी क्रिकेट से लगाव होगा वह सचिन की पारी देख निहाल हो गये होंगे। विश्व किर्तीमान पर सीना चौड़ा हो गया होगा। पर इस उतेजना मे धोनी के खेल की तरफ ध्यान ... |
हिन्दी काव्य संग्रह .......
कल रात फिर ख़्वाबो में - कल रात फिर ख़्वाबो में यू हो गया उनसे सामना बेकरार हो मचल उठे मुश्किल था दिल को थामना कोमल लबों पर ठहरे हुए से कुछ भीगे शब्द अब भी थे वही.... आँखों में आँखें... | जीवन के पदचिन्ह
क्या कहता वो, बस रो पड़ा मेरा नाम लेकर - पूछा जो हाल-ए-दिल, साकी ने दो जाम देकर क्या कहता वो, बस रो पड़ा मेरा नाम लेकर गम-ए-हिजरा में होती हैं ऐसी भी हैं अदाएं, बतियाते हैं वो, आईने से मेरा नाम... |
|
बढियां रही चर्चा.
जवाब देंहटाएंढेर सारे लिंक एक साथ .. बहुत बढिया !!
जवाब देंहटाएंSundar charcha...lekin aaj vishraam hi kar lena tha!Uttam Swathya ki shubhakaamnaao ke sath bahut bahut dhanywaad!
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया चर्चा शास्त्री जी!!!
जवाब देंहटाएंआभार्!
बेहतरीन। लाजवाब।
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंइतने सारे लिंक के लिए धन्यवाद. यहां आकर पता चलता है कि कितने ब्लाग पढ़ने से रह गए थे. आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया चर्चा, आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बढिया चर्चा शास्त्री जी !शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामनाओं सहित !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद इस चर्चा केलिए..खूब लिंक मिल गये!
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह मस्त चर्चा////
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा शास्त्री जी.ढेर सारे लिंक एक साथ.
जवाब देंहटाएं_______________
शब्द सृजन की ओर पर पढ़ें- "लौट रही है ईस्ट इण्डिया कंपनी".
BAHUT BADHIYA CHARCHA.
जवाब देंहटाएं