*शुभम दोस्तो*
मैं
सरिता भाटिया
लाई हूँ
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चर्चामंच 1342 पर
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रक्षाबंधन पर दोहे
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राखी का त्यौहार
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है आज सूनी कलाई
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आजाद हैं हम
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वे एक दूसरे से लिपट
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कबीरदास जब लग नाता
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बसंत त्रिपाठी
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महासंतोशी क़स्बा कांधला
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विरहा
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स्याही का भीगा अंतर्मन
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नीली खामोशियाँ
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एक अनूठा प्रेम
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तुमसे ही होती हैं गुलज़ार जिंदगियां
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मदर इन लव
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प्यार के दो तार से संसार बाँधा है
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दीजिए इजाजत
बड़ों को नमस्कार
छोटों को प्यार
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"मयंक का कोना" अद्यतन लिंक
(1)
पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर शंकर दयाल शर्मा जी के
जन्मदिन पर शत शत नमन
! कौशल ! पर Shalini Kaushik
(2)
दो और दो पांच में रमाकांत सिंह
ताऊ डाट इन पर ताऊ रामपुरिया
(3)
-मिशन मार्स वन
मौत बिकती है बोलो खरीदोगे ------?????----
मिशन मार्स वन अगर इसमें रोमांच , उत्साह और उत्सुकता है
तो पागलपन और सनक की भी कोई कमी नहीं !
एकतरफा यात्रा कीजिये दो करोड़ की कीमत पर .........
मुझे कुछ कहना है ....पर अरुणा
(4)
सावनी हाइकु
सहज साहित्य पर युग-चेतना
(5)
सुलझाया नही जाता.
काव्यान्जलि पर धीरेन्द्र सिंह भदौरिया
(6)
"सिकन्दर राह दे देंगे"
(7)
"दिवस सुहाने आने पर"
मेरे काव्य संग्रह 'धरा के रंग' से
अन्त में ...!
मीडिया में हैं नोट ही नोट, ग्लैमर ही ग्लैमर
काजल कुमार के कार्टून
छपते-छपते....!
पूर्ण विराम: एक कहानी
सुनिये मेरी कहानी- मेरी आवाज़...
उड़न तश्तरी ....पर Udan Tashtari
(1)
पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर शंकर दयाल शर्मा जी के
जन्मदिन पर शत शत नमन
! कौशल ! पर Shalini Kaushik
(2)
दो और दो पांच में रमाकांत सिंह
ताऊ डाट इन पर ताऊ रामपुरिया
(3)
-मिशन मार्स वन
मौत बिकती है बोलो खरीदोगे ------?????----
मिशन मार्स वन अगर इसमें रोमांच , उत्साह और उत्सुकता है
तो पागलपन और सनक की भी कोई कमी नहीं !
एकतरफा यात्रा कीजिये दो करोड़ की कीमत पर .........
मुझे कुछ कहना है ....पर अरुणा
(4)
सावनी हाइकु
सहज साहित्य पर युग-चेतना
(5)
सुलझाया नही जाता.
काव्यान्जलि पर धीरेन्द्र सिंह भदौरिया
(6)
"सिकन्दर राह दे देंगे"
इरादे नेक होंगे तो, समन्दर थाह दे देंगे।
अगर मजबूत जज्बा है, सिकन्दर राह दे देंगे।।
उच्चारणअगर मजबूत जज्बा है, सिकन्दर राह दे देंगे।।
(7)
"दिवस सुहाने आने पर"
"दिवस सुहाने आने पर"
"धरा के रंग"अन्त में ...!
मीडिया में हैं नोट ही नोट, ग्लैमर ही ग्लैमर
काजल कुमार के कार्टून
छपते-छपते....!
पूर्ण विराम: एक कहानी
सुनिये मेरी कहानी- मेरी आवाज़...
उड़न तश्तरी ....पर Udan Tashtari
आह ! यह चर्चा तो 'सबसे तेज़ चैनल' से भी आगे निकल गई. 6 बजे पोस्ट प्रकाशित और 6.44 पर टिप्पणी लिख रहा हूं :-) साधुवाद.
जवाब देंहटाएंसावन के अन्तिम सोंमवार की सुखद चर्चा के लिए सरिता भाटिया जी आपका आभार!
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा के लिए बधाई सरिता जी पूरी चर्चा रक्षाबंधन के आने की पूर्व सूचना देती प्रतीत हो रही है |
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा
सुन्दर चर्चा …. स्थान देने के लिए सहृदय आभार …।
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंकों चयन ,,,मेरी रचना को मंच पर स्थान देने के लिए आभार,,,शास्त्री जी,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : सुलझाया नही जाता.
लाजबाब पोस्ट
जवाब देंहटाएंमेरी भावनाओं को मान और स्थान देने के लिए
शुक्रिया और आभार आपका
हार्दिक शुभकामनायें
सुन्दर चर्चा, आभार
जवाब देंहटाएं{प्रथम ब्लॉग चर्चा} हिंदी ब्लॉग समूह
बहुत ही वृहद चर्चा. आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सुन्दर चर्चा, आभार ...
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंकों चयन,चर्चा के लिए सरिता भाटिया जी आपका आभार!
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार सरिता भाटिया जी-
पठनीय और रोचक सूत्रों का संकलन।
जवाब देंहटाएं