स्नेहिल अभिवादन
आज की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है (शीर्षक आ. सुजाता प्रिया जी की रचना से)
"अम्मा ने आकर खबर सुनाई,भोजन है तैयार।चलें साथ बैठकर खालें, हिल-मिल पूरा परिवार।"
"संयुक्त परिवार " ये शब्द सुनते ही आखों के आगे एक तस्वीर उभर आती है.."एक भरे-पुरे परिवार से हँसता-खिलखिलाता आंगन" जो गुजरे ज़माने की बात हो गई... आज हर एक एकाकी है.. शायद, फिर से एक बार वो गुजरा हुआ ज़माना वापस आ जाए... इसी उम्मीद के साथ चलते हैं, आज की रचनाओं की ओर *********************
"अम्मा ने आकर खबर सुनाई,भोजन है तैयार।
चलें साथ बैठकर खालें, हिल-मिल पूरा परिवार।"
"संयुक्त परिवार " ये शब्द सुनते ही आखों के आगे एक तस्वीर उभर आती है..
"एक भरे-पुरे परिवार से हँसता-खिलखिलाता आंगन"
जो गुजरे ज़माने की बात हो गई...
आज हर एक एकाकी है..
शायद, फिर से एक बार वो गुजरा हुआ ज़माना वापस आ जाए...
इसी उम्मीद के साथ चलते हैं,
आज की रचनाओं की ओर
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सीधा-सादा. भोला-भाला।
बच्चों का संसार निराला।।
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बचपन सबसे होता अच्छा।
बच्चों का मन होता सच्चा।
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दादी माँ सहयोग में,रस्सियों को पकड़कर खींचे।
मंझली बूआ बैठ चरखे से , सूत कात रही है।
पाँव पर रख फूफाजी की चिट्ठी बाँच रही है।
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जबसे दुनिया में आँख खुली
जन्म का मतलब भी न समझा
चाहतों के बोझ तले
दब गया जीवन का सपना
पल हरपल पल-पल भाग रहा
कुछ सोया सा कुछ जाग रहा
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धान ,गेहूँ,दलहन,तिलहन
कपास के फसलों के लिए
बीज की गुणवत्ता
उचित तापमान,पानी की माप
मिट्टी के प्रकार,खाद की मात्रा
निराई,गुड़ाई या कटाई का
सही समय
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जो हो रहा जैसा भी हो रहा
बिना सुने और अनुभव करे
निर्णय तक भी पहुँच रहा |
उसकी लाठी है बेआवाज
जब चलेगी हिला कर रख देगी
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'पिछले पन्ने की औरतें' उपन्यास
एक-एक कर चुन डाले हैं
राह के सारे पत्थर उसने,
कंटक चुन-चुन फूल उगाये
हरियाली दी पथ पर उसने !
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मित्र बनाने के पहले विचारना
जरूरी है।
द्रोण और द्रुपद की गुरुकुल में मित्रता
कहाँ निभ पाई थी?
जब द्रोण गए थे,
आज का सफर यही तक
आप सभी स्वस्थ रहें,सुरक्षित रहें
कामिनी सिन्हा
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बहुत सार्थक और श्रम से सजाई गयी चर्चा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंआपका आभार कामिनी सिन्हा जी।
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंशानदार लिंक्सआज की |मेरी रचना को भी शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद
कामिनी जी |
श्रमसाध्य कार्य हेतु साधुवाद
जवाब देंहटाएंउम्दा संकलन
प्रिय कामिनी सिन्हा जी,
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे लिंक्स
साधुवाद
एवं
हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐🙏
शुभेच्छु,
डॉ. वर्षा सिंह
सही में श्रमसाध्य! अत्यंत आभार इतने सरस संकलन का!!!
जवाब देंहटाएंकामिनी सिन्हा जी,
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को आपने चर्चा मंच में स्थान दिया, आपकी आभारी हूं 🙏
चर्चा मंच में शामिल होना सदैव अत्यंत सुखद लगता है।
आपका हार्दिक धन्यवाद 🌹🙏🌹
- डॉ शरद सिंह
सभी लिंक्स की सामग्री रोचक,प्रेरक और बारम्बार पठनीय है। कामिनी जी, आपके इस श्रम के लिए आपको साधुवाद 🌹🙏🌹
जवाब देंहटाएंएक से बढ़कर एक पठनीय रचनाओं के सूत्रों से सजा मंच, आभार !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चर्चा प्रस्तुति। मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार कामिनी जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चर्चा अंक कामिनी जी ! सभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंसुगढ़ एवं सराहनीय प्रस्तुति प्रिय कामिनी जी।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाओं से सजे संकलन में मेरी रचना शामिल करने के बहुत बहुत आभारी हूँ।
सादर।
आप सभी स्नेहीजनों का हृदयतल से धन्यवाद एवं सादर नमस्कार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सार्थक लिंक मिले पढ़ने के लिए।
जवाब देंहटाएं--