सादर अभिवादन !
शुक्रवार की प्रस्तुति में आप सभी प्रबुद्धजनों का पटल पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन !
आज की चर्चा का शीर्षक आ.अनीता सैनी जी की कविता "विश्वास के मुट्ठी भर दाने" के कवितांश से लिया गया है ।
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आइए अब बढ़ते हैं आज की चर्चा के सूत्रों की ओर-
गीत "पाक से करना युद्ध जरूरी है" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
दुशमन को अब सबक सिखाना, भारत की मजबूरी है
अपने हक के लिए पाक से, करना युद्ध जरूरी है
दशकों से हमने झेला, आतंकी कुटिल-कुचालो को
पूर्णविराम लगा देंगे अब, उठते हुए सवालो को
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धूप दहलीज़ पर बैठ
दिनभर करती है रखवाली
अँकुरित कोपलों की हथेली में
खिलने लगे हैं सुर्ख़ फूल।
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ग्रैफिटी | कविता | डॉ शरद सिंह
ग्रैफिटी
ज़िन्दा कर देती है
मरी हुई दीवारों को
मरी हुई भावनाओं को
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गाँव की वह छोटी-सी लड़की
बहुत उदास हो जाती है,
जब माँ-बाप को कहते सुनती है,
‘काश,हमारे यहाँ बेटा पैदा होता.’
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रिमझिम बूँदों की बारातें
मौसम में मधुमासी जागी।
मलय संग पुरवाई लहरी
जलती तपन धरा की भागी।
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ना स्वर मिले न ताल
कैसा है संगीत सोच हुआ बेहाल
शब्द विन्यास भी खोखला
मन में पीड़ा का दंश चुभा |
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ये तेरा है ये मेरा है
लड़ते रहे बनी ना बात,
खून जिस्म में कमा के लाते
फिर भी सुनते सौ सौ बात
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मुश्किलें तो नजर आती हैं सबको बड़ी-बड़ी,
स्वयं कुछ कर सकें, ऐसी हिम्मत नहीं पड़ी ।
सब ठीक करने वाला, अवतारी आये धरा पर,
नर तनधारी कोई "श्रीकृष्ण या श्रीराम" चाहिए।
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पंखुड़ियों के नाज़ुक परतों पर हैं अभी
तक तितलियों के स्पर्श
बाक़ी,
अन्तःगंध है सीमाहीन
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अपनों के सह व्यंग बाण,
जब उनके हिय लग जाऊँ ।
सागर की धारा में जैसे,
बूंद बूंद घुल जाऊँ ।।
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दूर से सूरज की आभा में
नीला पर्वत लग रहा था मोहक
और उसके नीचे फैला हरा
मैदान बुला रहा था
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अपना व अपनों का ख्याल रखें…,
आपका दिन मंगलमय हो...
फिर मिलेंगे 🙏
"मीना भारद्वाज"
सुप्रभात सभी को 🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंविविध प्रकार की रचनाओं से सजा बहुत ही सुंदर चर्चामंच!
बहुत ही शानदार प्रस्तुति!
बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को चर्चा नें लेने को लिए
आपका आभार।
वाह!बहुत ही सुंदर सराहनीय प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंशीर्षक मेरी रचना की पंक्तियाँ देख अत्यंत हर्ष हुआ आभारी हूँ स्थान देने के लिए।
दिल से आभार आदरणीया मीना दी जी इस बेहतरीन संकलन हेतु।
सादर
सुप्रभात ! पठनीय लिंक्स से सजी सुंदर चर्चा, आभार !
जवाब देंहटाएंसारे सूत्र बहुत ही सुंदर और सारगर्भित हैं,साथ ही मेरी रचना को मान और स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया । बहुत शुभकामनाएं मीना जी🙏🙏
जवाब देंहटाएंसभी लिंक बेहतरीन मीना जी ।
जवाब देंहटाएंशीर्षक लुभा रहा है पूरी रचना पढ़ने को गहन सृजन!
सभी रचनाकारों को बधाई।
मेरी रचना को चर्चा में स्थान देने के लिए हृदय से आभार।
सादर सस्नेह।
उम्दा लिंकों से सजी लाजवाब चर्चा प्रस्तुति... मेरी रचना को चर्चा में सम्मिलित करने हेतु बहुत बहुत धन्यवाद मीना जी!
जवाब देंहटाएंसराहनीय प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार सहित धन्यवाद मीना जी |
सुन्दर चर्चा। मेरी रचना को स्थान देने के लिए शुक्रिया ।
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