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शुक्रवार, मई 13, 2022

'भावनाएं'(चर्चा अंक-4429)

सादर अभिवादन। 

शुक्रवारीय प्रस्तुति में आपका हार्दिक स्वागत है।

शीर्षक व काव्यांश आदरणीया डॉ (सुश्री) शरद सिंह जी की रचना 'मेरी भावनाएं' से -

भावनाएं
कभी सुप्त विसूवियस 
तो कभी
अलकनंदा की
कल-कल लहरें

भावनाएं
कभी जादुई छुअन
तो कभी
कटीले तारों की बाड़

आइए अब पढ़ते हैं आज की पसंदीदा रचनाएँ-
--

गीत "राह खुशियों की आसान हो जायेगी" 

गम के दरिया से बाहर निकालो कदम,
राह खुशियों की आसान हो जायेगी।
रोने-धोने से होंगे  आँसू खतम,
उलझनें भारी पाषाण हो जायेगी।।
-- 
भावनाएं
कभी थिर ध्रुव तारा
तो कभी
उल्काओं की बारिश
चांद,सूरज,नदी,पोखर,जंगल,फूल
चिड़िया,पशु,धूप,पहाड़ प्रकृति को
चुपचाप रंग दिया गया 
राजनीतिक तूलिकाओं  से ...।
जो केवल
तुमसे होकर
मुझ तक आता है।
तुम आयत
हो
मुझ पर
गहरे उकेरी गई।
बेईमान सी कशमकश थी एक मन के अंदर ही अंदर l
क्यों ना मकबरा बना दूँ इसके दीदार के गुजरे सफर ll

फैसला होता कैसे दिलों की कशिश के बहते समंदर l
यादें ही तो एक बहाना थी छूने मधुशाला के समंदर ll
 लफ्ज़ लफ्ज़ तेरा बेचैन करता रहा रात भर,
ख़त में लिख दे इन्हें या नज़्म का पहरा कर दे।
तकाज़ा दिल का था फिर इल्जाम जुबां पे क्यों,
मौसम बंजर बहुत इन आँखों को अब झरना कर दे।
गरीबी  में अपने भी, रिश्ते  जाते   टूट ।
अमीरी देख ढूंढ़ कर, रिश्ते बनते अटूट।।
ये घुटन, पाबंदी और जिम्मेदारी
सब कुछ पल भर मे उतार दूँ 
मन करता है सदियों की ज़िन्दगी 
बस एक पल मे ही गूजार दूँ 
 कच्चे आम को धोकर छील करके छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लीजिए। गुठलियों को फेंक दीजिए। 
• कुकर में कटे हुए आम और एक कप पानी डाल कर एक सीटी ले लीजिए। सीटी आने पर गैस धीमी करके आम को तीन मिनट और पकने दीजिए। तीन मिनट बाद गैस बंद कर दीजिए। 
• आम अच्छे से पक (चित्र 1) चुके है। 
• कुकर ठंडा होने पर आम को किसी चम्मच/ रई/बीटर से मैश (चित्र 2) कर लीजिए। 
-- 
आज का सफ़र यहीं तक 
@अनीता सैनी 'दीप्ति'

6 टिप्‍पणियां:

  1. सार्थक लिंकों के साथ बेहतरीन चर्चा प्रस्तुति|
    आपका आभार अनीता सैनी 'दीप्ति' जी!

    जवाब देंहटाएं
  2. बेहतरीन प्रस्तुति अनीता जी

    जवाब देंहटाएं
  3. उम्दा चर्चा।मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, अनिता दी।

    जवाब देंहटाएं
  4. सभी उम्दा लिंक चर्चा में.

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत-बहुत आभार आपका मेरी इस रचना को आज के अंक में शामिल करने के लिए 🙏

    जवाब देंहटाएं
  6. भावपूर्ण भूमिका की पंक्तियाँ और.सराहनीय पठनीय सूत्रों से सजी सुंदर प्रस्तुति.... मेरी रचना सम्मिलित करने के लिए सस्नेह शुक्रिया और बहुत आभार अनु।

    जवाब देंहटाएं

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