आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
ब्लॉग जगत के सभी पाठकों को महाशिवरात्रि की हार्दिक बधाई






आभार |
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"अद्यतल लिंक"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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पुरा महादेव (परशुराम) मन्दिर
व शादी समारोह

जाट देवता का सफर/journey पर
SANDEEP PANWAR
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आयी चन्द्रिका धवल ...

नूतन ( उद्गार) पर Annapurna Bajpai
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क्या ऐसे षंड को मर्द कहा जाए ?
ऐसा लगता है कांग्रेसी हाईकमान ने एक षंड (खस्सी सांड )को भोली ऐसा लगता है कांग्रेसी हाईकमान ने एक षंड (खस्सी सांड )को भोली कांग्रेसी गायों की दिखाऊ हिफाज़त (प्रतिरक्षा) के लिए प्रांप्ट करके छोड़ रखा है। लक्ष्य है किसी बिध साम्प्रदायिक आग भड़काना। क्या ऐसे षंड को मर्द कहा जाए ?...
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हरसिंगार सी यादें

Sudhinama पर sadhana vaid
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मधु सिंह : मोहब्बत में मिलावट है
जिगर पर पत्थरों के हज़ारों जख्म क्या कम थे
अज़ल के रास्ते में अकेले भी न हम कम थे...

मधु "मुस्कान "
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माँ बनना ,,,

माँ बनना जिंदगी देकर जिंदगी देना है...
देह सुख से देह के सृजन तक पल पल माँ बनने का सुख लील लेती है प्रसव की असाह्य वेदना.. और कभी कभी गर्भ नाल से रिस रिस कर पला हुआ जीवन लील लेता है एक माँ को भी....
चौथाखंभा पर ARUN SATHI
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बदलती सोच के नए अर्थ के
ये हैं कुछ सोपान

ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़र पर
vandana gupta
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SANDEEP PANWAR
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क्या ऐसे षंड को मर्द कहा जाए ?
ऐसा लगता है कांग्रेसी हाईकमान ने एक षंड (खस्सी सांड )को भोली ऐसा लगता है कांग्रेसी हाईकमान ने एक षंड (खस्सी सांड )को भोली कांग्रेसी गायों की दिखाऊ हिफाज़त (प्रतिरक्षा) के लिए प्रांप्ट करके छोड़ रखा है। लक्ष्य है किसी बिध साम्प्रदायिक आग भड़काना। क्या ऐसे षंड को मर्द कहा जाए ?...
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हरसिंगार सी यादें

Sudhinama पर sadhana vaid
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मधु सिंह : मोहब्बत में मिलावट है
जिगर पर पत्थरों के हज़ारों जख्म क्या कम थे
अज़ल के रास्ते में अकेले भी न हम कम थे...

मधु "मुस्कान "
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माँ बनना ,,,

माँ बनना जिंदगी देकर जिंदगी देना है...
देह सुख से देह के सृजन तक पल पल माँ बनने का सुख लील लेती है प्रसव की असाह्य वेदना.. और कभी कभी गर्भ नाल से रिस रिस कर पला हुआ जीवन लील लेता है एक माँ को भी....
चौथाखंभा पर ARUN SATHI
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बदलती सोच के नए अर्थ के
ये हैं कुछ सोपान
ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़र पर
vandana gupta
बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति व सूत्रों की झडी , धन्यवाद
ReplyDeleteॐ नम: शिवाय
इन्टरनेटक्या है ? { What is Internet ? }
आभार
ReplyDeleteसुप्रभात
ReplyDeleteजय भोलेनाथ
उम्दा चर्चा
मेरी रचना शामिल करने के लिये धन्यवाद
आशा
बेहतरीन और पठनीय लिंको के साथ सुन्दर प्रस्तुतिकरण,मेरे आलेख को शामिल करने का हार्दिक आभार .महाशिवरात्रि की हार्दिक मंगलकामनाएं .
ReplyDeleteजय जय शिव शंकर-
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा-
बढ़िया लिंक्स
शुभकामनायें-
उपयोगी लिंकों के साथ सार्थक चर्चा।
ReplyDeleteआभार भाई दिलबाग विर्क जी।
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सुप्रभात।
सभी पाठकों को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आभार दिलबाग आज की सुंदर सूत्रों से सजी चर्चा में उल्लूक के "समझना चाहो तो एक इशारा एक पता होता है" को स्थान दिया ।
ReplyDeleteआदरणीय दिलबाग जी अच्छे सूत्रों से सुसज्जित शानदार चर्चा मेरी रचना को स्थान देने हेतु हृदयतल से हार्दिक आभार आपका.
ReplyDeleteबहुत सुंदर एवँ पठनीय लिंक्स ! मेरी रचना को भी चर्चामंच पर स्थान दिया आभारी हूँ ! सभी मित्रों एवँ पाठकों को महाशिवरात्रि की हार्दिक मंगलकामनायें !
ReplyDeleteबहुत रोचक और पठनीय सूत्र..
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteआप सभी blogger साथियो को महाशिवरात्रि पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाये,
ReplyDeleteभगवान शिव भारत वर्ष के हर नागरिक की मनोकामना पूर्ण करे.
ये भारतभूमि सम्रद्ध भारत, उत्कृष्ठ भारत बने...
ॐ नमः शिवाय
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दिलबाग विर्क जी ने मेरी पोस्ट को मंच प्रदान किया जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग मेरे विचार जान सके उसके लिए उनका बहुत-बहुत आभार .... जय राम जी की ..
http://www.swatantravichar.in/2014/02/blog-post_26.html
Deleteइन सुंदर रचनाओं को एक साथ संकलित करने एवं मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार ।
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