स्नेहिल अभिवादन।
आज की प्रस्तुति में हार्दिक स्वागत है।
आज का दिन चर्चा मंच के लिए बेहद खास हैं। आज चर्चामंच के संस्थापक और हमारे प्रिये वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय श्री रूपचन्द्र शास्त्री जी का ६९ वां सालगिरह हैं। आज की प्रस्तुति को प्रस्तुत करते हुए मुझे आपार हर्ष की अनुभूति हो रही हैं। मैं खुद को बहुत सौभाग्यशाली महसुस कर रही हूँ जो इस शुभ दिन पर एक महान व्यक्ति के जीवन से चंद लम्हें चुरा कर उन्हें ही उपहार स्वरूप देने का सुअवसर मुझे प्राप्त हुआ हैं। आप के कलम से निकली प्रत्येक रचना चाहे वो गीत हो या गजल ,दोहें हो या कुंडलियाँ ,सभी इतनी सहज और सरल भाषा में होती हैं कि जनमानस के दिलों में स्वतः ही अपना स्थान बना लेती हैं।मुझ जैसे छोटे कलमकार के मुख से आपकी प्रशंसा करना -" मतलब छोटा मुँह बड़ी बात होगी " वैसे भी सम्पूर्ण ब्लॉग जगत आपके परिचय का मोहताज़ नहीं हैं। फिर भी आप के जीवन से जुडी चंद उपलब्धियों को मैं आप सभी से
साझा कर रही हूँ -
सम्मान- 2010 का सर्वश्रेष्ठ उत्सवी गीतका
2011 का सर्वश्रेष्ठ गीतकार (परिकल्पना सम्मान, दिल्ली)
कबीर सम्मान (उत्कर्ष साहित्यिक मंच, दिल्ली)
काव्य शिरोमणि (संस्कार भारती) आदि।
आकाशवाणी रामपुर तथा हैलो हल्द्वानी (उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, एफ़-एम-) से काव्य पाठ और परिचर्चा।
1996 से 2004 तक उच्चारण पत्रिका का सम्पादन तथा 20 से अधिक ब्लॉगों में सतत् लेखन
ऐसे महान हस्ती के प्रशंसा में मेरा कुछ कहना
" सूरज को दीपक दिखाना " होगा।
तो ज्यादा कुछ ना कहते हुए चलते हैं आज की प्रस्तुति की ओर ,
आज आप ही के कलम से निकली कुछ अनमोल रचनाएँ,
अपनी श्रद्धा सुमन के रूप में उन्ही को समर्पित करती हूँ।
आशा करती हूँ आप सभी भी इन रचनाओं का आनन्द जरूर उठाएंगें।
आरम्भ करते हैं आदरणीय शास्त्री सर जी द्वारा रचित माँ सरस्वती की
इस सुंदर वन्दना के साथ,
माँ सरस्वती की आप पर असीम कृपा हैं तभी तो आजीवन वो साहित्य की सेवा में लगे रहें
और आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
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दोहे "वन्दना - करता हूँ मैं ध्यान"
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उन्हत्तरवें वर्षगाँठ के अवसर पर आपने अपने मन के भावों को ,
अपने जीवन सफर को बड़ी ही खूबसूरती से उकेरा हैं
आप दीर्घायु हो ,हम सभी आपके स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए
ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि -आपका सानिध्य हमेशा बना रहे।
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कवि का दृष्टि बड़ी ही पारखी होती हैं
वो अपने आस -पास की सारी गतिविधियों को अपनी लेखनी में
उन्हत्तरवें वर्षगाँठ के अवसर पर आपने अपने मन के भावों को ,
अपने जीवन सफर को बड़ी ही खूबसूरती से उकेरा हैं
"काल की रफ्तार को छलता रहा हूँ"
ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि -आपका सानिध्य हमेशा बना रहे।
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कवि का दृष्टि बड़ी ही पारखी होती हैं
वो अपने आस -पास की सारी गतिविधियों को अपनी लेखनी में
समेट लेना चाहते हैं ,तभी तो कहते हैं कि -
"जहाँ ना पहुंचें रवि ,वहाँ पहुंचें कवि "
"जहाँ ना पहुंचें रवि ,वहाँ पहुंचें कवि "
अपनी अगली रचना में आपने अपनी इन्ही भावों को पिरोया हैं।
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आप की रचनाओं में बाल गीतों का बड़ा ही महत्वपूर्ण स्थान होता हैं,
बच्चों के लिए हलकी -फुलकी
प्यारी सी रचना का सृजन उनकी खासियत हैं।
बालगीत "नाम गिलहरी-बहुत छरहरी,"
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देश और समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाना भी आप नहीं भूलते
समाज को सुंदर सन्देश देता एक बेहतरीन सृजन
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देश और समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाना भी आप नहीं भूलते
समाज को सुंदर सन्देश देता एक बेहतरीन सृजन
देश और समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाना भी आप नहीं भूलते
समाज को सुंदर सन्देश देता एक बेहतरीन सृजन
दोहे "जाति-धर्म के मन्त्र"
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इस मर्मस्पर्शी गीत में आपने देश, समाज और धर्म के बदलते परिवेश का
बड़ा ही सुंदर चित्रण किया हैं ,
एक कवि हृदय ऐसे हालात को देख द्रवित तो होगा ही...
गीत "मख़मली परिवेश को क्या हो गया है"
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थोड़ा हकीकत थोड़ा फ़साना ,थोड़ा सा सच थोड़ा सा सपना
आज के तत्कालिक परिवेश में आभासी दुनिया का मायाजाल और उनमें उलझा
आज के समाज का सुंदर चित्रण
थोड़ा हकीकत थोड़ा फ़साना ,थोड़ा सा सच थोड़ा सा सपना
आज के तत्कालिक परिवेश में आभासी दुनिया का मायाजाल और उनमें उलझा
आज के समाज का सुंदर चित्रण
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मानव मन के भावनाओं और संवेदनाओं में होते
बदलाव को उजागर करती
बदलाव को उजागर करती
एक बेहतरीन गजल
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चंद दोहों के माध्यम से जीवन में संबन्धों के महत्व को
बड़ी ही खूबसूरती से समझाया हैं आपने
बड़ी ही खूबसूरती से समझाया हैं आपने
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समय के साथ आबो -हवा ,खान -पान ,रीत -रश्म ,तीज त्यौहार के
बदलते स्वरूप का सुंदर चित्रण
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समय के साथ आबो -हवा ,खान -पान ,रीत -रश्म ,तीज त्यौहार के
बदलते स्वरूप का सुंदर चित्रण
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समाज के बदलते हालत पर एक कवि मन की व्यथा
ग़ज़ल "ख़ुदगर्ज़ी का हुआ ज़माना"
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"अतिथि देवों भवः "के पुरानी परम्परा को याद दिलाता आदरणीय सर
के जीवन का एक बेहतरीन संस्मरण
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हिंदी साहित्य के महत्व को दर्शाता
ये बेहतरीन सृजन
दोहे "अमर रहे साहित्य"
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और अब चलते चलते उनकी एक बहुत पुरानी रचना ,एक प्यारी सी कव्वाली
“बैठकर के धूप में सुस्ताइए”
" जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सर "
परमात्मा की कृपा आप पर हमेशा बनी रहें।
कोटि -कोटि नमन आपको।
परमात्मा की कृपा आप पर हमेशा बनी रहें।
कोटि -कोटि नमन आपको।
कामिनी सिन्हा
आदरणीय शास्त्रीजी, जन्मदिन पर अशेष मंगलकामनाएँ,शुभकामनाएँ। ईश्वर से प्रार्थना है कि आप सदैव स्वस्थ रहें, दीर्घायु हों। आपका आशीष हम सब पर बना रहे। सादर।
जवाब देंहटाएंप्रिय कामिनी बहन,आदरणीय शास्त्रीजी की उत्कृष्ट रचनाओं के संकलन के रूप में चर्चामंच की एक अविस्मरणीय प्रस्तुति देकर आपने शास्त्रीजी के जन्मदिन पर बहुत सुंदर उपहार दे दिया है। सस्नेह।
सहृदय धन्यवाद मीना जी ,आपका स्नेह मेरे लिए अनमोल हैं ,सादर नमस्कार
हटाएंसर्वप्रथम आदरणीय गुरु जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंवृक्ष जिस तरह से फल आने पर नीचे झुक जाता है । मानों वह गुण संपन्न होने के पश्चात भी अपनी विनम्रता का प्रदर्शन कर रहा है।
साहित्य जगत में वहीं स्थान आदरणीय श्री रूपचंद शास्त्री ' मयक' जी का है।
" यथा नाम तथा गुण " यह उक्ति उन पर सटीक बैठती है, क्योंकि ब्लॉग जगत में कतिपय साहित्यकारों के मध्य जहाँ कटुतापूर्ण संवाद देखने को मिल रहा है , वहीं मयंक जी अपनी विनम्रता , वाणी और लेखनी से हमसभी को शीतलता प्रदान करते हैं।
सही मायने में वे ऐसे साहित्यकार हैं जो समाज का निरंतर मार्गदर्शन कर रहे हैं ।
एक साहित्यकार का यह दायित्व भी है कि वह पाठकों का मन बहलाने केलिए विदूषकों और मसखरों- सा काम ना करें वरन वह हमारे मनुष्यत्व को जागृत करें , सद्भाव का संचार करें और हमारा पथ प्रदर्शन करें । यह सारे गुण आदरणीय मयंक जी में है।
आपके दोहे में ज्ञान संचित रहता है। यह अमृतकोष विकृत हिंदी साहित्य को नवजीवन प्रदान कर रहा है।
कामिनी जी आपने आज की प्रस्तुति और भूमिका को अपनी लेखनी से बड़े ही स्नेहपूर्वक आदरणीय गुरु जी को उनके जन्मदिवस पर समर्पित किया है, इसके लिए आपको हृदय से बहुत-बहुत आभार , सभी को प्रणाम।
हम सभी के पथ प्रदर्शक गुरुजी दीर्घायु हो ,आए हम सभी इसके लिए-
जीवेम शरदः शतम्
बुध्येम शरदः शतम् ।
ईश्वर से यह प्रार्थना करें
आज इसी चर्चामंच की प्रतिभा संपन्न युवा.चर्चाकार अनु जी का भी जन्म दिवस है।
हटाएंअतः आप भी हमारी हार्दिक शुभकामनाएँ स्वीकार करें।
आप लेखनी की धनी बनी रहे एवं सत्य का अनुसरण करें, ऐसी कामना करता हूँ।
.. बागपत धन्यवाद शशि जी आज इतनी ढेर सारी शुभकामनाएं मिल रही है कि सबको जवाब भी नहीं दे पा रही हूं पर आपने चर्चा मंच के जरिए मुझे इतनी बड़ी खुशी थी इसकी मुझे बेहद खुशी है धन्यवाद🙏🍫🙏🍫🙏🍫🙏
हटाएंAnnu Ann Ann
हटाएंइन खुशियों को, इन स्मृतियों को संभाल कर रखें , ये आपका मार्गदर्शन करती रहेंगी जब भी मन उदास हो इन्हें याद कर लिया करें, ये आपका मार्गदर्शन अवश्य करेंगे और जीवन पथ पर अग्रसर भी..
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हटाएंसहृदय धन्यवाद शशि जी ,सादर नमस्कार
हटाएंहार्दिक धन्यवाद कामिनी सिन्हा जी का और आप सभी पाठकों का आभार।
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद तो आपका सर , मैं सौभग्यशाली हूँ कि आज मुझे आपके सालगिरह के उत्सव को मानाने का अवसर मिला।आप मुझे धन्यवाद कह शर्मिन्दा ना करें ,हमें तो बस आपका आशीर्वाद मिलता रहें यही हमारा सौभाग्य हैं।
हटाएंजन्मदिन की हार्दिक बधाई और अनन्त शुभकामनाएँँ आदरणीय सर। ईश्वर से प्रार्थना हैं कि आप सदैव स्वस्थ और प्रसन्न रहेंं,आपका सानिध्य बना रहे ,आपकी रचनाएँ हमेशा हमारा मार्गदर्शन करती रहें।कोटि कोटि नमन आपको
आदरणीय श्रीमान डा रूपचंद्र शास्त्री जी का जीवन सुखमय और समृद्ध हो ,
जवाब देंहटाएंबाबा शिव शंकर और श्री राम से विनम्र करता हूँ निवेदन !
आप साहित्य से करते रहें मेरा मार्ग दर्शन ,
मंगल की सच कामना का सदा सर्वदा समर्पण |
-सुखमंगल सिंह ,अवध निवासी
आदरणीय शास्त्री जी आपको जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं आप हमेशा स्वस्थ रहें और प्रसन्न रहें और अपनी कलम से दोहे और कविताओं का रोज ही सृजन करते रहे.... चर्चा मंच की तरफ से आपका जन्मदिन स्पेशल अंक वाकई में बहुत ही अच्छा लग रहा है.. नमन
जवाब देंहटाएंजन्मदिन की हार्दिक बधाई और ढेरों शुभकामनाएँ डॉक्टर रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' !
जवाब देंहटाएंइश्वर से प्रार्थना है कि आप स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें और अपनी साहित्य-साधना से यूँ ही अनमोल रत्न हमको देते रहे.
जन्मदिन की हार्दिक बधाई और अनन्त शुभकामनाएँँ आदरणीय !आप सदैव स्वस्थ और प्रसन्न रहेंं यही मंगल कामना है ।
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित बहुत सुन्दर प्रस्तुति ।
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंश्री शास्त्री जी को जन्मदिन की बधाई और अनंत शुभ कामनाएं |
आदरणीय शास्त्री जी को उनके जन्मदिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ. उनके कृतित्त्व पर प्रकाश डालती आदरणीया कामिनी जी द्वारा प्रस्तुत आज की बेमिशाल चर्चा प्रस्तुति. सृजन के विविध रंग बिखरे पड़े हैं आदरणीय शास्त्री जी की अनुपम रचनाओं में. आदरणीय शास्त्री जी की साहित्य-यात्रा में अनेक मील के पत्थर स्थापित हुए हैं जो हमारे लिये प्रेरणास्रोत हैं.
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति एवं उत्कृष्ट भूमिका के लिये आदरणीया कामिनी जी को बधाई.
सहृदय धन्यवाद रविन्द्र सर ,सादर नमस्कार
हटाएंजन्मदिन पर ढेरों शुभकामनाएं आदरणीय।
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत आभार आदरणीया कामिनी दीदी आज आदरणीय शास्त्री जी के जन्मदिन पर उनकी रचनाओं से सुसज्जित प्रस्तुति के लिये.
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएँ. वे सदैव स्वस्थ रहें, सुखमय जीवन की कामना.
आदरणीय शास्त्री जी द्वारा रचित जीवन के अलग-अलग रंगों की कविताएँ हमें बहुत कुछ सिखातीं हैं. आदरणीय शास्त्री जी का जीवन साहित्य को समर्पित खुली किताब है.
आपका आशीर्वाद यों हो बना रहे
सहृदय धन्यवाद अनीता जी ,आपके साथ और सहयोग के लिए
हटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआप सभी को सहृदय धन्यवाद ,आज की प्रस्तुति आप सभी को पसंद आई ,आभार
जवाब देंहटाएंआज हमारी युवा रचनाकार और इस मंच की चर्चाकार सुश्री अनु जी का भी जन्मदिन हैं ,जिसकी खबर हमें देर से लगी ,इसके लिए मैं प्रिये अनु जी से क्षमा चाहती हूँ। देर आए पर दुरुस्त आए
प्रिये अनु तुम्हे भी जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ,तुम स्वस्थ रहो खुश रहो ,मेरा ढेर सारा स्नेह तुम्हे
ये बड़ा ही सुंदर संयोग हैं कि आज दो दो साहित्य प्रेमियों के जन्मदिन को मानाने का अवसर हमें मिला।
आदरणीय शास्त्री जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँँ .ईश्वर से यही प्रार्थना है वे सदैव स्वस्थ रहें । प्रिय सखी कामिनी जी ,आपको भी इतनी खूबसूरत प्रस्तुति के लिए बधाई । प्रिय अनु जी को भी जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएँँ 💐💐💐💐💐
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी को जन्मदिन की हार्दिक मंगलकामनाएँ!
वाह!! प्रिय कामिनी, अत्यंत सुंदर भावनाओं और दुआओं से भरी प्यारी सी प्रस्तुति के लिए बहुत शुक्रिया और आभार। आदरणीय गुरु जी को समर्पित ये जन्मदिन विशेषांक बहुत खास है। उन्हें मेरी हार्दिक शुभकामनायें और बधाई। । उनकी उपलब्धियों के बारे में जानकर बहुत अच्छा लगा।आदरणीय सर ब्लॉग जगत का जानी मानी हस्ती है। उनके अतुलनीय सहयोग ने अनेक रचनाकारों को अनगिन पाठकों तक पहुंचाया है। वे साहित्य की हर विधा में मास्टर हैं। एक बार फिर शुभकामनायें और बढ़िया भूमिका और प्रस्तुतिकरण के लिए तुम्हें बहुत बधाई सखी। तुम्हें ये दूसरा अंक मुबारक हो। 🙏🙏💐💐💐💐💐
जवाब देंहटाएंप्रिय अनु, तुम्हें भी जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें और प्यार। सलामत रहो और साहित्य में अपना योगदान देकर खूब यश
जवाब देंहटाएंअर्जित करती रहो , मेरी यही दुआ है।पुनः शुभकामनायें 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
बहुत खूबसूरत प्रस्तुति, जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई हो
जवाब देंहटाएं