सादर अभिवादन
आज की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है
(शीर्षक और भूमिका आ. अनीता जी की रचना से)
"श्वासें कीमती हैं कितनी
यह बात सिखा रहा है एक वायरस आज"
"अब भी जीवन को समझों और उसकी कद्र करों
अपनों के महत्व को समझों, उनके साथ और प्यार की कद्र करों"
समझा रहा है ये अनदेखा हमें बार-बार
मगर, हम ना-समझ अब भी ना-समझ ही है...
परमात्मा हम सब को सद्बुद्धि दे...
हमारी गलतियों को क्षमा कर हमारी रक्षा करें...
इसी कामना के साथ चलते हैं, रचनाओं की ओर....
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अभी गाँव के देवालय में, बूढ़ा पीपल जिन्दा है।
करतूतों को देख हमारी, होता वो शरमिन्दा है।।
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बाबू-अफसर-नेता करते, खुलेआम रिश्वतखोरी,
जिनका खाते माल, उन्हीं से करते हैं सीनाजोरी,
मक्कारी के जालों में, उलझा मासूम परिन्दा है।
करतूतों को देख हमारी होता वो शरमिन्दा है।।
वीण लेकर ढूँढ़ते हैं
साँप विषधर भी सपेरे
नाग अब दिखते नहीं हैं
विष बुझे मानव घनेरे।
वाराणसी । नारी अधिकारिता को समर्पित संस्था 'शांति तथा विद्या फाउंडेशन'
ने अपने शिक्षा-कार्यक्रम के तहत देश भर की इक्यावन प्रतिभा सम्पन्न किन्तु
आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को 'तेजस्विनी फेलोशिप' से नवाजा है।
प्रत्येक 'तेजस्विनी' का नामांकन शुल्क सहित पढ़ाई-लिखाई का खर्चा
फाउंडेशन द्वारा सीधे उनके शिक्षण संस्थान के खाते में किया जाता है।
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मौत बे-रहम हो रही है......
मगर ज़िंदगी....
फिर भी हार नहीं मानेगी...
फिर रूप बदल आएगी.....
अपनी अधूरी ख्वाहिशों को पूरा करने...
एक और ज़िंदगी जीने.....
कहते हैं "शरीर मरता है मगर आत्मा अमर होती है"
और वो बार-बार नई-नई पोषक पहनकर पृथ्वी पर आना-जाना करती ही रहती है। इसे ही जन्म-मरण कहते हैं। अगर इस आने-जाने की प्रक्रिया से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको मोक्ष की प्राप्ति करनी होगी और मोक्ष प्राप्ति के लिए ईश्वर से लौ लगानी होगी। बहुत से लोग इस जन्म-मरण से छूटने के लिए ईश्वर की पूजा,तपस्या,साधना और भी पता नहीं क्या-क्या करते हैं। मगर मैं..."मोक्ष" नहीं चाहती......
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आज का सफर यही तक,अब आज्ञा दें
आप सभी स्वस्थ रहें,सुरक्षित रहें
कामिनी सिन्हा
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रचनाओं का चयन सामयिक एवं प्रशंसनीय है माननीया कामिनी जी। मेरे आलेख को स्थान देने हेतु हृदय से आपका आभार।
जवाब देंहटाएंअत्यंत सुंदर और विविधतापूर्ण प्रस्तुति। सभी रचनाएँ अनंदकर और पररणादायक हैं। हार्दिक आभार इस सुंदर रचना के लिए व आप सबों को प्रणाम।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति हेतु आदरणीया कामिनी जी को नमन।
जवाब देंहटाएंमुझे भी इस विविधताओं से भरे अंक में शामिल करने के लिए आभारी हूँ आपका।
मंच को शत्-शत् नमन।
शुभ प्रभात। ।।।।
उम्दा लिंक्स आज की |
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक्स! आभार और बधाई!!!
जवाब देंहटाएंसारगर्भित रचनाओं तक पहुँचाने का श्रमसाध्य प्रयास, सुंदर प्रस्तुति, आभार कामिनी जी !
जवाब देंहटाएंश्रमसाध्य प्रयास, सुंदर प्रस्तुति,
जवाब देंहटाएंआभार कामिनी जी !
प्रभावी भूमिका के साथ
जवाब देंहटाएंअच्छी रचनाओं का चयन
सभी रचनाकारों को बधाई
मुझे सम्मलित करने का आभार
सादर
वाह सुंदर प्रभावी शीर्षक प्रभावी भूमिका, कामिनी जी आपने सुंदरता से सहेजा है चर्चा को ।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को बधाई सभी रचनाएं बहुत आकर्षक पठनीय।
मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय से आभार।
सादर सस्नेह।
बहुत धन्यवाद कामिनी जी ,मेरी रचना को शामिल करने के लिये . इसी बहाने सारे ब्लाग देख े. सभी की रचनाएं पढ़ीं . आपका चयन सुन्दर है .
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर प्रस्तुति आदरणीय कामिनी दी।
जवाब देंहटाएंसादर
बेहतरीन लिंक्स, सुंदर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को मंच पर स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार कामिनी जी।
आभारी हूँ कामिनी जी...। सभी को खूब बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति कामिनी जी । सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई ।
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु आप सभी को हृदयतल से धन्यवाद, आप की उपस्थिति हमें नई उर्जा प्रदान करती है,सादर नमस्कार आप सभी को
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सूत्रों का सृजन तथा शानदार प्रस्तुति ।सादर शुभकामनाएं प्रिय कामिनी जी ।
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