सादर अभिवादन रविवार की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है (शीर्षक और भूमिका आदरणीय बलबीर राणा अडिग जी की रचना से)
अधिष्ठात्री जगत जननी,सर्वमंगल मांगल गान दे।सुख शांति हो वतन हमारा , शुभ सुमंगल वितान दे।
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आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनायें
माता रानी और राम जी हम सभी पर अपनी कृपा बनायें रखें
हमारे देश में सुख,शांति, समृद्धि,आरोग्यता और खुशियों का वास हो
इसी कामना के साथ चलते हैं,आज की कुछ खास रचनाओं की ओर.....
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दोहे "गाय-भैंस को पालना, नहीं सरल है काम"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
जगतनियन्ता का करो, सच्चे मन से ध्यान।
बिना वन्दना के नहीं, मिलता है वरदान।।
वत्स वत्सला चित्तरूपा,चित चैतन्य नव निर्माण दे।पा सकूं चितवृति निरोध, सत्यपथ संज्ञान दे।।
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मरू देश री आडावाळी
विधणा री हिळकोरी है।।
दादी बणके भाग जगायो
काळजड़े री लोरी है।।
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मानव योनी की प्राप्ति के लिए
घूम चुका चौरासी लाख योनियों में
कहाँ नहीं भटका कितने रूप धरे
तब जाकर मानव तन मिला |
है सबसे अलग मिलना श्रेष्ठ योनी का
यदि मन से स्वीकार किया हो
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झुलसाती हुई ग्रीष्म है,बरसात कहाँ है
मौसम में भी मौसम की तरह बात कहाँ है
इक जंग छिड़ी और वो रुकती भी नहीं है
दुनिया को बचाने की करामात कहाँ है
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दूर बहुत दूर तक फैले हुए हैं यादों के
खण्डहर, न जाने क्या चाहते हैं
मुझसे, वो टूटे हुए मेहराबों
से झांकते, अर्ध स्मित
चेहरे, प्राचीन
मठ का
कोई-------------------
अर्जेंटीनोसौरस सबसे बड़े थलजीवों में से एक माना जाता है। लेकिन चूँकि इसके सभी हिस्से नहीं मिले हैं इसलिए इसके आकार का अंदाज सटीकता से लगाना मुश्किल है। यह जीव 9.6 से 9.2 करोड़ साल के बीच में धरती पर मौजूद था। ऐसा माना जाता है कि यह 100 से 130 फीट तक लंबा और 50 हजार किलो से लेकर 1 लाख किलो तक वजनी हुआ करता था। यह एक शाकाहारी जीव था जो कि आज के अर्जेंटीना में पाया जाता था।
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बहुत सार्थक और सुंदर चर्चा प्रस्तुति|
जवाब देंहटाएंआपका आभार कामिनी सिन्हा जी|
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंआभार सहित धन्यवाद कामिनी जी मेरी रचना को आज के अंक में स्थान देने के लिए |
हार्दिक आभार आपका कामिनी जी।रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं।सभी लिंक बेहतरीन।
जवाब देंहटाएंजय माँ सिद्धिदात्री, आप सभी माँ सरस्वती की उपासकों को चैत्र नवरात्री, रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं, माँ अधिष्ठात्री और भगवन मर्यादापुरुषोतम श्री राम आपके मनोरथों को पूर्ण करें .
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंकों का संयोजन, वेहतरीन चर्चा, आभार और धन्यवाद आदरणीया कामिनी सिन्हा जी, आपने मेरी कलम को इस पवन दिवस पर सम्मान दिया कृतज्ञ हूँ .
उम्दा चर्चा। मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, कामिनी दी।
जवाब देंहटाएंविविधतापूर्ण रचनाओं से सज्जित सुंदर अंक ।
जवाब देंहटाएंरामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ।
मंच पर उपस्थित होकर उत्साहवर्धन करने हेतु आप सभी स्नेहीजनों को हृदयतल से धन्यवाद एवं सादर नमस्कार 🙏
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सराहनीय संकलन।
जवाब देंहटाएंमेरे सृजन को स्थान देने हेतु हृदय से आभार।
सभी को बधाई।
सादर
रोचक लिंक्स से सुसज्जित चर्चा... आभार...
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