पोती-पोता और सुत, सब रहते हैं साथ। उन सब पर आशीष के, रखना मालिक हाथ।।
सर्वप्रथम सफल वैवाहिक जीवन के 46 वीं वर्षगाँठ पर बहुत सारी शुभकामनाएँ आपको गुरु जी । यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आपने इस अर्थयुग में बिखरते पारिवारिक संबंधों से इतर भारतीय प्राचीन परम्परा के अनुरूप संयुक्त परिवार को कायम रखा है। यह आप जैसे अभिभावक का संस्कार ही है , जिसका अनुसरण परिवार के शेष सदस्य कर रहे हैं। इस आदर्श परिवार को मेरा नमन एवं वंदन..। -- संयुक्त परिवार तभी तक कायम रहता है , जब गृहस्वामी अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार एवं कनिष्ठ सदस्य उसके प्रति आज्ञाकारी हो । परिवार के सभी सदस्यों में एकदूसरे के प्रति त्याग की भावना हो। ऐसे परिवार में सदैव उत्सव एवं उत्साह का वातावरण रहता है। ----
सुखी दांपत्यजीवन का आधार यह है कि पतिपत्नी आपस में बोलचाल में मेरा और तेरा ये दोनों ही शब्द निकाल दें, इससे उनका जीवन सुखमय हो जाता है। वे प्रेम के साथ ही एक दूसरे के प्रति आदर, भरोसा और आत्मसमर्पण की भावना भी रखें। यह ऐसा उपवन होता है जिसमें बसंत एवं पतझड़ दोनों ही है । अतः दोनों से ही प्रेम करना चाहिए। ----- मेरी रचना को मंच पर स्थान देने के लिये आपका बहुत- बहुत आभार दिलबाग जी, सभी को प्रणाम।
शास्त्री जी आपको व अमर भारती जी को वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई ! आज की चर्चा में सुन्दर सार्थक सूत्रों का संकलन ! मेरे यात्रा वृत्तांत को इसमें स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार दिलबाग जी ! सादर वन्दे !
.. सर्वप्रथम तो मेरी तरफ से भी शास्त्री जी एवं उनकी धर्मपत्नी जी को वैवाहिक वर्षगांठ की बहुत ढेर सारी शुभकामनाएं आप दोनों की जोड़ी हमेशा सलामत रहे....!! एवं बहुत ही सुंदर लिंक्स का चयन आपने किया है मेरी रचना को भी मान देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद दिलबाग जी
बहुत सुंदर प्रस्तुति आदरणीय सर. विविध रसयुक्त बेहतरीन रचनाएँ चुनी हैं आपने. सबको बधाई. मेरी रचना चर्चा मंच पर शामिल करने के लिये सादर आभार आपका आदरणीय सर.
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पोती-पोता और सुत, सब रहते हैं साथ।
जवाब देंहटाएंउन सब पर आशीष के, रखना मालिक हाथ।।
सर्वप्रथम सफल वैवाहिक जीवन के 46 वीं वर्षगाँठ पर बहुत सारी शुभकामनाएँ आपको गुरु जी ।
यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आपने इस अर्थयुग में बिखरते पारिवारिक संबंधों से इतर भारतीय प्राचीन परम्परा के अनुरूप संयुक्त परिवार को कायम रखा है।
यह आप जैसे अभिभावक का संस्कार ही है , जिसका अनुसरण परिवार के शेष सदस्य कर रहे हैं। इस आदर्श परिवार को मेरा नमन एवं वंदन..।
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संयुक्त परिवार तभी तक कायम रहता है , जब गृहस्वामी अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार एवं कनिष्ठ सदस्य उसके प्रति आज्ञाकारी हो । परिवार के सभी सदस्यों में एकदूसरे के प्रति त्याग की भावना हो। ऐसे परिवार में सदैव उत्सव एवं उत्साह का वातावरण रहता है।
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सुखी दांपत्यजीवन का आधार यह है कि पतिपत्नी आपस में बोलचाल में मेरा और तेरा ये दोनों ही शब्द निकाल दें, इससे उनका जीवन सुखमय हो जाता है।
वे प्रेम के साथ ही एक दूसरे के प्रति आदर, भरोसा और आत्मसमर्पण की भावना भी रखें।
यह ऐसा उपवन होता है जिसमें बसंत एवं पतझड़ दोनों ही है । अतः दोनों से ही प्रेम करना चाहिए।
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मेरी रचना को मंच पर स्थान देने के लिये आपका बहुत- बहुत आभार दिलबाग जी, सभी को प्रणाम।
संशोधनः 46 वीं के स्थान पर 47 वीं वर्षगाँठ पढ़ा जाए।
हटाएंशास्त्री जी आपको व अमर भारती जी को वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई ! आज की चर्चा में सुन्दर सार्थक सूत्रों का संकलन ! मेरे यात्रा वृत्तांत को इसमें स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार दिलबाग जी ! सादर वन्दे !
जवाब देंहटाएंसुन्दर अंक।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
जवाब देंहटाएंसुन्दर अंक आज का |शास्त्री जी व् अमर भारती जी को वैवाहिक सालगिरह पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
मेरी अचना को स्थान देने के लिए धन्यवाद सर |
कृपया अचना के स्थान पर रचना पढ़ें |
हटाएं.. सर्वप्रथम तो मेरी तरफ से भी शास्त्री जी एवं उनकी धर्मपत्नी जी को वैवाहिक वर्षगांठ की बहुत ढेर सारी शुभकामनाएं आप दोनों की जोड़ी हमेशा सलामत रहे....!!
जवाब देंहटाएंएवं बहुत ही सुंदर लिंक्स का चयन आपने किया है मेरी रचना को भी मान देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद दिलबाग जी
शास्त्री जी आप व आदरणीय भारती जी वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई सपरिवार स्वीकारें !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चर्चा अंक गुलदस्ते में बंधे सुंदर लिंक विविधता में एकता लिए ।सभी रचनाकारों को बधाई।
जवाब देंहटाएंपठनीय सूत्रों की खबर देता चर्चा मंच, आभार मुझे भी शामिल करने हेतु !
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन प्रस्तुति ,शादी की सालगिरह मुबारक हो सर ,आप दोनों को भरेपूरे परिवार की अनंत शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंशादी की सालगिरह मुबारक हो मान्यवर!
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
बहुत सुंदर प्रस्तुति आदरणीय सर.
जवाब देंहटाएंविविध रसयुक्त बेहतरीन रचनाएँ चुनी हैं आपने. सबको बधाई.
मेरी रचना चर्चा मंच पर शामिल करने के लिये सादर आभार आपका आदरणीय सर.
विवाहित जीवन की छियालीसवीं वर्षगांठ पर हमारी ओर से ढेरों बधाइयाँ. आप दोनों स्वस्थ रहें, ख़ुश रहें, लिखते रहें और हमारा मार्गदर्शन करते रहें.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति आदरणीय दिलबाग जी द्वारा।
जवाब देंहटाएंआज की प्रस्तुति में ब्लॉग संसार की सृजनात्मक हलचल को समाहित करते हुए विविध प्रकार की सुंदर रचनाएँ चर्चा में आयीं हैं।
सभी चयनित रचनाकारों को
बधाई एवं शुभकामनाएँ।
आदरणीय शास्त्री जी की
शादी की छियालीसवीं सालगिरह की अशेष मंगलकामनाएँ।