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Tuesday, November 13, 2012

मंगलवारीय चर्चा मंच (1062) दिये का रिश्‍ता देखो बाती से

आज की मंगलवारीय चर्चा में आप सब का स्वागत है राजेश कुमारी की आप सब को नमस्ते आप सब का दिन मंगल मय हो 
 आप सब को दीपावली की शुभ कामनाएं 
अब चलते हैं आपके प्यारे ब्लोग्स पर 

दिये का रिश्ता देखो बाती से ... !!!

सदा at SADA 

Anupama Tripathi at anupama's sukrity
नीरज गोस्वामी at नीरज
मनोज कुमार at मनोज -
RAJIV CHATURVEDI at Shabd Setu
अरूण साथी at साथी 


संगीता स्वरुप ( गीत ) at बिखरे मोती - 
  Ashok Vyas at Naya Din Nayee Kavita -
यशवन्त माथुर (Yashwant Mathur) at नयी पुरानी    हलचल 

Kirti Vardhan at samandar - 
दीप-- तम का पहरा हो जितना भी गहरा
 त्रिवेणी at त्रिवेणी - 
   *-सुशीला शिवराण** **वणिक भैया** **बड़े चतुर दैया
G.N.SHAW at BALAJI


डॉ शिखा कौशिक ''नूतन '' at WORLD's WOMAN   BLOGGERS ASSOCIATION -

Madhavi Sharma Guleri at उसने कहा था... -
  udaya veer singh at उन्नयन (UNNAYANA) - 
AlbelaKhatri.com at Albelakhatri.com - 
Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार at शस्वरं - 
प्रतुल वशिष्ठ at दर्शन-प्राशन - 
रश्मि प्रभा... at मेरी भावनायें... - 
Asha Saxena at Akanksha - 

(रोले) देखो देखो आज ,दीपावली है आई

Rajesh Kumari at HINDI KAVITAYEN ,AAPKE VICHAAR - 

"दीपावली के दोहे" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) at उच्चारण - 
"दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ" 
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')


"तम मिटाने को, दिवाली आ गयी है" 
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')




नयी सुबह का ख्याल

डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति at अमृतरस -
 बस आज की चर्चा यहीं समाप्त करती हूँ अगले मंगलवार फिर मिलूंगी कुछ नए सूत्रों के साथ तब तक के लिए शुभ विदा बाय बाय 
**************************************************

23 comments:

  1. दीपावली पर केंद्रित कई लिंक्स से सजा चर्चा मंच |मेरी और से समस्त चर्चा मंच परिवार को हार्दिक शुभ कामनाएं |
    आशा

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  2. आलोकित चर्चा!
    दीवाली का पर्व है, सबको बाँटों प्यार।
    आतिशबाजी का नहीं, ये पावन त्यौहार।।
    लक्ष्मी और गणेश के, साथ शारदा होय।
    उनका दुनिया में कभी, बाल न बाँका होय।
    --
    ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬●ஜ
    (¯*•๑۩۞۩:♥♥ :|| दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें || ♥♥ :۩۞۩๑•*¯)
    ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬●ஜ

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  3. बहुत ही सुंदर !
    दीप पर्व पर सपरिवार ढेरों शुभकामनाऎं!!

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  4. बहुत खूबसूरत प्रस्तुति,,,
    चर्चामंच की पूरी टीम को दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ,,,,
    RECENT POST: दीपों का यह पर्व,,,

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  5. Deepotsav ki hardik shubhkamnayen ....
    IS SHUBH AVSAR PAR MERA BHAJAN LIYAA ....HRIDAY SE AABHAR RAJESH JI ....

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  6. चर्चा मंच पर भी दीपावली
    बहुत सुंदर

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  7. सुंदर!
    दीप पर्व पर शुभकामनाऎं!!

    ReplyDelete
  8. सुन्दर व सुगठित चर्चा

    मन के सुन्दर दीप जलाओ******प्रेम रस मे भीग भीग जाओ******हर चेहरे पर नूर खिलाओ******किसी की मासूमियत बचाओ******प्रेम की इक अलख जगाओ******बस यूँ सब दीवाली मनाओ

    दीप पर्व की आपको व आपके परिवार को ढेरों शुभकामनायें

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  9. shubh deepawali ...
    sab ko ...
    badhaai va shubhakaamanaayen ...

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  10. घर आ गए लक्ष्मण राम पूरी में आनंद भयो ....संगीत सरणी दिवाली को शुभ कर गई .

    घर आ गए लक्ष्मण राम ....पुरी में आनंद भयो .......
    Anupama Tripathi at anupama's sukrity

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  11. सकारात्मक सन्देश देते प्रासंगिक ध्वनी पैदा करते बेहतरीन दोहे .

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  12. निरंतर परिपक्वता की और बढ़ते कदम -

    होते गये तिहाड़ी मंत्री
    सत्ता मगर बचा ले कोई ||

    गजल से गजल तक अशआर पा रहें हैं निखार और गेयता .सार और विस्तार .

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  13. शुभ भाव से प्रेरित सशक्त रच ना .मुबारक दिवाली की यह शाम .पटाखों की अनुगूंज .

    दिये का रिश्‍ता देखो बाती से ... !!!
    सदा at SADA

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  14. शुभ भाव से प्रेरित सशक्त रच ना .मुबारक दिवाली की यह शाम .पटाखों की अनुगूंज .महफ़िल में जल उठी शमा परवाने के लिए ,प्रीत बनी है दुनिया में मिट जाने के लिए ,दीपक बाती का रिश्ता ,प्रीतम

    -पाती और साहूकार और थाती का यही सन्देश देता है .दिवाली मुबारक .शुभ भाव से प्रेरित सशक्त रच ना .मुबारक दिवाली की यह शाम .पटाखों की अनुगूंज .

    दिये का रिश्‍ता देखो बाती से ... !!!
    सदा at SADA

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  15. मिट्टी की दीवार पर , पीत छुही का रंग
    गोबर लीपा आंगना , खपरे मस्त मलंग |

    तुलसी चौरा लीपती,नव-वधु गुनगुन गाय
    मनोकामना कर रही,किलकारी झट आय |

    बैठ परछिया बाजवट , दादा बाँटत जाय
    मिली पटाखा फुलझरी, पोते सब हरषाय |

    मिट्टी का चूल्हा हँसा , सँवरा आज शरीर
    धूँआ चख-चख भागता, बटलोही की खीर |

    चिमटा फुँकनी करछुलें,चमचम चमकें खूब
    गुझिया खुरमी नाचतीं , तेल कढ़ाही डूब |

    फुलकाँसे की थालियाँ ,लोटे और गिलास
    दीवाली पर बाँटते, स्निग्ध मुग्ध मृदुहास |

    मिट्टी के दीपक जले , सुंदर एक कतार
    गाँव समूचा आज तो, लगा एक परिवार

    ग्राम्य जीवन की सुहास मिठास जन जीवन की झांकी प्रस्तुत करतें हैं यह भाव जगत के दोहे ,संस्कृति की थाती बने दोहे

    .अरुण निगम रस बोरे .

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  16. सोमवार, 12 नवम्बर 2012
    (रोले) देखो देखो आज ,दीपावली है आई


    रोले
    (1)
    देखो देखो आज ,दीपावली है आई
    खुशियों की सौगात ,वरदायिनी है लाई
    आओ फिर इक बार ,दीप से दीप जला लें
    भूलें सब तकरार ,प्यार की ज्योति जगा लें
    (2)
    पुण्य अमावस रात ,घर घर दीप जलाये
    लखन सिया औ राम ,अयोध्या में जब आये
    बच्चे ,बड़े ,जवान , पर्व ये सबको भाता
    सच की होती जीत , ज्ञान ये सबको होता
    (3)
    जुवा खेलते लोग ,नशा भी उत्तम मानें
    झूठा है ये भ्रम ,सुकर्मों को पहचानें
    सच्चे मन से आज ,प्रेम के पुष्प चढाओ
    श्री लक्ष्मी को पूज , सम्रद्धि घर की बढ़ाओ
    (4)
    मात जलाती दीप ,बच्चे पटाखे फोड़ें
    चकरी और अनार ,जलते रॉकेट छोड़ें
    रखो तुम जरा ध्यान , होवे रात ना काली
    प्रेम स्नेह से आज , मनाओ शुभ दीवाली
    कुण्डलियाँ
    नेता खुद करते फिरें ,इधर उधर की ऐश
    दीवाली पर ना मिले ,तेल, कोयला, गैस
    तेल, कोयला, गैस ,चूल्हा जलेगा कैसे
    रंक भाड़ में जाय ,भरलो बैंक में पैसे
    वोट दियो पछताय ,मनुज अब जाकर चेता
    उजले हैं परिधान ,ह्रदय से काले नेता
    ******************************************


    प्रस्तुतकर्ता Rajesh Kumari पर 12:08 am
    बेहद प्रासंगिक रचना रुकी हुई घड़ी (सोनिया ),बिना सुईं की घड़ी (मोहना )को निहारती ,दुत्कारती .बधाई .दिवाली मुबारक .

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  17. माना हूँ तेरा दुश्मन बरसों से यार लेकिन
    मेरे भी वास्ते तू एक रोज़ कुछ दुआ कर

    गर खोट मन में तेरे बिलकुल नहीं है 'नीरज'
    फिर किस वजह से करते हो बात फुसफुसाकर

    एक ख़ास सारल्य बहाव अर्थ छटा है गजल में यार .बधाई ,दिवाली .

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  18. आस का दिया यूं ही जलता रहे -कोई यह न कहे :पूछना है गर्दिशे ऐयाम से ,अरे !हम भी बैठेंगे कभी आराम से .बीत गई सो बात गई आगे की सुधि ले -अच्छा फलसफा लिए आई है यह पोस्ट .दिवाली

    .धन गोबर और दूज भैया मुबारक .

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  19. सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें | आज की चर्चा बहुत सार्थक रही | कई उम्दा लिंक्स का समावेश |
    आभार |

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  20. बहुत सुन्दर चर्चा दीपावली की हार्दिक शुभकामना

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  21. बहुत सुंदर प्रविष्टियों का चयन किया है
    'शस्वरं' को स्थान देने के लिए कृतज्ञ हूं

    मित्रों को मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आमंत्रण है…

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  22. राजेश जी आप की चर्चा की शुरुवात ही मन मोह ली | जैसे - जसे अन्दर गया ..रंग विरंगी दिए और शव्द ...बड़े लुभावन | गोबर्धन पूजा की बधाई स्वीकार करें | सुन्दर चर्चा|

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