मंच पर सदैव की तरह ही विविध रंगों से सजी रचनाओं का अद्भुत संगम है। चर्चामंच के सदस्यों द्वारा निष्पक्ष भाव से चयनित रचनाओं को देख मुझे बेहद सुकून मिलता है और मंच पर आकर टिप्पणी करने में गौरव का अनुभव होता है कि मैं ऐसे मंच के पटल पर अपने प्रतिक्रिया लिख रहा हूँ जिसके सदस्य भेदभाव से दूर हैं। वे रचनाकारों के भाव को समझते हैं और उनके सृजन को बिना भेदभाव किये स्थान भी देते हैं। यह मेरा सौभाग्य है कि इस मंच के चर्चाकारों ने मुझे कभी निराश नहीं किया। उन्होंने मेरे साथ पक्षपात नहीं किया। मुझे तो ऐसा लगता है कि साहित्य जगत में यदि सचमुच भाईचारा कहीं है तो वह इसी मंच पर है इस मंच के सदस्यों के रूप में है। इस मंच के कुछ सदस्य तो हम लोगों की टिप्पणी पर भी आभार व्यक्त कर रहे हैं यह उनका बड़प्पन है। इन्हीं शब्दों के साथ सभी को प्रणाम ।इस सुंदर अंक और मेरे सृजन "उर्जा" को मंच पर स्थान देने के लिए आपको भी धन्यवाद दिलबागसिंह विर्क जी।
आदरणीय पथिक जी की टिपण्णी हमेशा से ही चर्चामंच को सार्थकता प्रदान करती रही है। यह अन्य रचनाकारों एवं प्रस्तुतकर्ता हेतु किसी अमृत से कम नहीँ । चर्चा मंच व अन्य साहित्यिक गतिविधियों को ऊर्जावान स हनाने हेतु आपका योगदान सराहनीय है और अनुकरणीय भी। समस्त रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएँ ।
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मंच पर सदैव की तरह ही विविध रंगों से सजी रचनाओं का अद्भुत संगम है।
जवाब देंहटाएंचर्चामंच के सदस्यों द्वारा निष्पक्ष भाव से चयनित रचनाओं को देख मुझे बेहद सुकून मिलता है और मंच पर आकर टिप्पणी करने में गौरव का अनुभव होता है कि मैं ऐसे मंच के पटल पर अपने प्रतिक्रिया लिख रहा हूँ जिसके सदस्य भेदभाव से दूर हैं।
वे रचनाकारों के भाव को समझते हैं और उनके सृजन को बिना भेदभाव किये स्थान भी देते हैं। यह मेरा सौभाग्य है कि इस मंच के चर्चाकारों ने मुझे कभी निराश नहीं किया। उन्होंने मेरे साथ पक्षपात नहीं किया।
मुझे तो ऐसा लगता है कि साहित्य जगत में यदि सचमुच भाईचारा कहीं है तो वह इसी मंच पर है इस मंच के सदस्यों के रूप में है।
इस मंच के कुछ सदस्य तो हम लोगों की टिप्पणी पर भी आभार व्यक्त कर रहे हैं यह उनका बड़प्पन है।
इन्हीं शब्दों के साथ सभी को प्रणाम ।इस सुंदर अंक और मेरे सृजन "उर्जा" को मंच पर स्थान देने के लिए आपको भी धन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क जी।
आदरणीय पथिक जी की टिपण्णी हमेशा से ही चर्चामंच को सार्थकता प्रदान करती रही है। यह अन्य रचनाकारों एवं प्रस्तुतकर्ता हेतु किसी अमृत से कम नहीँ । चर्चा मंच व अन्य साहित्यिक गतिविधियों को ऊर्जावान स
जवाब देंहटाएंहनाने हेतु आपका योगदान सराहनीय है और अनुकरणीय भी।
समस्त रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएँ ।
जी प्रणाम अग्रज, मुझे यह सम्मान देने के लिए।
हटाएंऊर्जावान बनाने हेतु....
हटाएं👌👌👌👌👌👌👌👌🙏
बहुत बहुत आभार आदरणीय शशि भाई एवं आदरणीय पुरुषोत्तम जी रचना करो और चर्चा करो का उत्साहवर्धन हेतु.
जवाब देंहटाएंजी अनीता बहन आभार।
हटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया अनीता जी
हटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति । विविधता लिए लाजवाब लिंक्स । चयनित रचनकारों को बहुत बहुत बधाई ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर चयन लिंक्स का विविधता लिए है |मेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद सर |
जवाब देंहटाएंलाजवाब एवं शानदार संग्रह ,बेहतरीन रचनाओं का मंच ,यहाँ आकर आनन्द की अनुभूति तो हुई ही साथ मे कई रंगों को भी एक ही जगह पाया ,आभार सहित धन्यवाद आपका ।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को यहाँ स्थान देने के लिये आभार एवं सभी चयनित रचनाकारों को बधाई
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंकों से सजा चर्चा अंक ,सादर नमन सर
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंआपका आभार आदरणीय दिलबाग विर्क जी।
मेरी कविता "फर्क कहाँ है "को चर्चा मंच 3638 में स्थान देने के लिए सादर धन्यवाद आपका दिलबाग विर्क जी!🙏 😊
जवाब देंहटाएंबहुत शानदार अंक ।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को बधाई।
मेरी रचना को शामिल करने केलिए हृदय तल से आभार।