शीर्षक पंक्ति: आदरणीय डॉ.सुशील कुमार जोशी जी की रचना से।
सादर अभिवादन।
सोमवारीय प्रस्तुति में आपका स्वागत है।
आइए पढ़ते हैं चंद चुनिंदा रचनाएँ-
गीत "मुझपे रखना पिया प्यार की भावना" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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ग़ाँधी को लगी गोली को आज सलाम मिल रहा है
चारों तरफ चैन है बैचेन एक भी कहीं ढूँढे नहीं मिल रहा है
संत हो गये हैं सारे इतना संतोष है सम्भाले नहीं सम्भल रहा है
लिखा हुआ बोरों के हिसाब से गोदामों में लाइन लगा तुल रहा है
कुछ पढ़ दिया जा रहा है कुछ इंतजार में है करवट बदल रहा है
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वे भी आमंत्रित हैं आज के जलसे में,
सुना है,वे आएँगे पीड़ितों से मिलने,
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जब तलक आसमां में ये चांद रहे,
तब तलक मेरा-तेरा ये साथ रहे।
संग- संग गुजरता दिन -रात रहे।
सदा ही अचल मेरा अहिवात रहे।
बढ़ते रहें हम -तुम संग सनम,हो-हो-हो
तुम मेरे संग रहो तो मेरा,
घर-बार प्यारा लगता है।
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नवगीत : समरसता संदेश : संजय कौशिक 'विज्ञात'
जरा सा छू कर मुझे यूं हादसा गुज़र गया।
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कथा नीलगढ़-सपनों को सहेजने की कथा
मैं अभी इन किस्सों के मध्य में हूँ. यह किताब जिया गया जीवन है इसे उसी तरह पढ़े जाने की जरूरत भी है. सर्रर्र से पढ़कर किताब खत्म की जा सकती है जीवन की आंच को तो धीमे-धीमे महसूस करना होता है. सो कर रही हूँ. यह किताब इन दिनों हर वक़्त साथ रहने लगी है...इन किस्सों से गुजरते हुए ज़ेहन में छाए असमंजस के बादल छंट रहे हैं...*****
अलिखित रिश्ता (कहानी) लघु कहानी
आज बस यहीं तक
फिर मिलेंगे अगले सोमवार।
रवीन्द्र सिंह यादव
बहुत सुंदर अंक। बेहतरीन रचनाओं से सुसज्जित।
जवाब देंहटाएंपठनीय रचनाओं से सुसज्जित चर्चा मंच !
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा।
जवाब देंहटाएंपठनीय रचनाओं से सुसज्जित चर्चा प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआपका आभार आदरणीय रवीन्द्र सिंह यादव जी।
सुंदर पठनीय रचनाओं से परिपूर्ण उत्कृष्ट अंक । बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार,हमारी रचना को स्थान देने के लिए आपका💐💐
जवाब देंहटाएंआभार रवींद्र जी
जवाब देंहटाएंसुंदर पठनीय रचनाओं से परिपूर्ण उत्कृष्ट अंक । बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं। Free me Download krein: Mahadev Photo | महादेव फोटो
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