सादर अभिवादन।
मंगलवारीय प्रस्तुति में आपका स्वागत है।
आइए पढ़ते हैं विभिन्न ब्लॉग्स पर प्रकाशित चंद चुनिंदा रचनाएँ-
"कष्ट-क्लेश का होगा नाश।" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
आना है तो जाना होगा,
कुदरत का कानून अटल है,
निर्मल-नीर बहाना होगा,
जब तक सरिताओं में जल है,
विदा शब्द के उच्चारण से,
सुमन हुआ है बिना सुवास।
कल तक तो तुम वर्तमान थे,
कल बन जाओगे इतिहास।।
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लखनऊ की मेहमाननवाज़ी के किस्से सारी दुनिया में मषहूर हैं पर आलोकजी अपने मेहमानों की ख़ातिर ज़रा अलग ढंग से करते थे। स्कूल में उन्होंने काउण्टिंग करना क्या सीख लिया, बस मेहमानों की तो शामत आ गई। पेटू मेहमानों की खुराक का हिसाब रखने की जि़म्मेदारी उन्होंने बिना किसी से पूछे सम्भाल ली। धड़ाधड़ रसगुल्ले और समोसे गपागप करने वाले मेहमान के सामने वो अपनी रनिंग कमेन्ट्री कुछ इस तरह शुरू कर देते -
‘अंकिल ! ये आपने चौथा रसगुल्ला खाया। ये आपकी प्लेट में जो समोसा रक्खा है, वो पाँचवां है।’
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शायद यही है अंध भक्ति आज की
नेत्र बंद कर अनुसरण करने की प्रथा
खुद के विचारों से है तालमेल कहाँ
फिर भी एक बार तो सोचा होता |
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हो वैरी का जैविक वार या प्रकृति हुई ख़फ़ा
कि महाप्रलय पे तुले धर्मराज कर रहे ज़फ़ा
विस्मित हैं सांसों के अकस्मात् थम जाने से
सृष्टि विवश निरूपाय उचित उपचार पाने से ।
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परिस्थिति से पलायन
समा गया है हमारे रक्त में
बदल रहा है हमारा डीएनए
बदल रहा है हमारा जिनोम
तो क्या
ज़िन्दा रहने का अहसास
बचा तो है
यह क्या कम है....?
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आज बस यहीं तक
फिर मिलेंगे अगली प्रस्तुति में।
रवीन्द्र सिंह यादव
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंउम्दा अंक आज का |मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार सहित धन्यवाद |
सुंदर सूत्रों का संकलन।
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक और अच्छा संकलन।
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात, सभी रचनाकारों व पाठकों को शुभकामनाएं, पठनीय रचनाओं के सूत्रों से सजी सुंदर चर्चा के लिए संकलन कर्ता को बधाई, आभार !
जवाब देंहटाएंसभी सुंदर रचनाओं के साथ मेरी कविता को भी चर्चा मंच में स्थान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद रवीन्द्र सिंह यादव जी 🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा।
जवाब देंहटाएंबढ़िया व उम्दा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिंक्स से सजी चर्चा प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंआपने बहुत अच्छी पोस्ट लिखी है. ऐसे ही आप अपनी कलम को चलाते रहे. Ankit Badigar की तरफ से धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंसुंदर सराहनीय तथा रोचक अंक ।
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