स्नेहिल अभिवादन
आज की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है
(शीर्षक और भूमिका आदरणीय शास्त्री सर जी की रचना से )
नही जानता पूजन-वन्दन,
नही जानता हूँ आराधन,
वर्णों की माला में माता,
तुम मनके गुँथवाती हो!
शब्दों का भण्डार दिखाकर,
रचनाएँ रचवाती हो!!
माँ सरस्वती को नमन करते हुए चलते हैं आज की रचनाओं की ओर......
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रोज-रोज सपनों में आकर,
छवि अपनी दिखलाती हो!
शब्दों का भण्डार दिखाकर,
रचनाएँ रचवाती हो!!
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आज-कल यथार्थ
लोकप्रियता के शिखर पर है
सभी को यथार्थ बहुत प्रिय है
जहाँ देखा वहीं
यथार्थ के ही चर्चे हैं
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"सॉरी पापा.. मैं अब नहीं रोऊँगी,फिर मम्मा जल्दी तो आ जाएंगी ना पापा..?"
दोनों हाथों से आँसू पोंछते हुए मासूमियत से बोलती शुभांगी
मुस्कुराने की कोशिश करने लगी।
शिव जवाब में मुस्कुरा दिया और शुभांगी को गले लगाते हुए
मन ही मन में बोला, मुझे माफ़ कर देना बच्चा..!
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बहुत सुंदर चर्चा। सभी पोस्ट शानदार। सुप्रभात।
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह बहुत ही सुंदर चर्चा प्रस्तुति आदरणीय कामिनी दी।
जवाब देंहटाएंमुझे स्थान देने हेतु दिल से आभार।
बधाई एवं शुभकामनाएँ।
सादर
बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंआपका आभार आदरणीया कामिनी सिन्हा जी।
बेहतरीन चर्चा, अनेक रंगों की मोहक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंवाह सुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंसदैव की भांति बहुत सुन्दर और सार्थक लिंकों की चर्चा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा। मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, कामिनी दी।
जवाब देंहटाएंकामिनी सिन्हा जी,
जवाब देंहटाएंअत्यंत आभारी हूं आपकी कि आपने मेरे कहानीपाठ को चर्चा मंच में स्थान दिया।
हार्दिक धन्यवाद 🌹🙏🌹
- डॉ शरद सिंह
सभी लिंक्स बहुत रोचक और पठनीय सामग्री से परिपूर्ण हैं। इस श्रम हेतु कामिनी जी आपको साधुवाद 🌹🙏🌹
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति, मेरी रचना को चर्चा मंच पर स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार कामिनी जी।
जवाब देंहटाएंप्रिय कामिनी सिन्हा जी,
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति है, बेहतरीन लिंक्स की। आपने मेरी पोस्ट को भी इसमें शामिल किया, यह मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।
हार्दिक आभार एवं शुभकामनाएं 🌹🙏🌹
सस्नेह,
डॉ वर्षा सिंह
हमेशा की तरह मुग्ध करता हुआ चर्चा मंच - - सभी रचनाएँ अद्वितीय हैं, मुझे शामिल करने हेतु असंख्य आभार आदरणीया कामिनी जी - - नमन सह।
जवाब देंहटाएंहर बार की तरह बहुत ही सुंदर चर्चा प्रस्तुति कामिनी जी
जवाब देंहटाएंमुझे स्थान देने हेतु हृदय तल से आभार।
सभी रचनाएं बहुत आकर्षक सुंदर पठनीय।
सभी रचनाकारों को बधाई।
आप सभी स्नेहीजनों को तहेदिल से शुक्रिया एवं सादर नमस्कार
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