सादर अभिवादन
आज की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है
(शीर्षक और भूमिका आदरणीय शास्त्री सर जी की रचना से )
जल ही जीवन है और जीवन आहिस्ता-आहिस्ता हमारी मुट्ठी से फिसलता जा रहा है
और हम......अब भी सचेत नहीं
खैर,चलते हैं आज की कुछ खास रचनाओं की ओर......
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”लगता है सैर पर निकला हो?”
कहते हुए, मंदी का चश्मा फिसलकर नाक पर आ गया ।
मोटी-मोटी आँखों से दूध और ब्रेडवाले को घूरने लगी।
”नहीं कॉलोनी की गलियों में दूध और ब्रेड की महक फैलाने निकले हैं,
दिख नहीं रहा तुम्हारी अक्ल पर पत्थर पड़े हैं क्या?”
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होली के त्यौहार पर, बढ़ती कीमत देख ।
घनी घटा सी घिर गई, आकुलता की रेख ।।
जीवन-यापन प्रश्नचिन्ह, हाल हुए बेहाल ।
सुरसा मुख सी बन गई, महंगाई विकराल ।।
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नागिन-सी जुल्फों का जलवा,
उमर के अंतिम पड़ाव तक आते-आते
मन से खो जाए हर नुकीलापन
तो आत्मा का शिवलिंग
भीतर प्रकट हो ही जाता है !
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अहा ! कितने व्यूअर् होंगे !
अपनी चादर में पैर रुकते नहीं जमाने के
ऐसे फैला कि हक उसी का है ।
चुप है दूजा कि छोड़ रहने दो, कलह न हो
वो तो निपट कायर ही समझ बैठा है।
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यह हंसी भी अलग-अलग रूपों में फायदा देती है।
अपने मित्रों को हंसाओ वह और अधिक प्रसन्न होंगे।
अपने दुश्मनों को हंसाओ वह आप से कम घृणा करेगा।
एक अजनबी को हो जाओगे तो वह आप पर भरोसा करेगा।
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आज का सफर यही तक
आप सभी स्वस्थ रहें,सुरक्षित रहें
कामिनी सिन्हा
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बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा मैं पूरी कोशिश करूंगा सभी रचनाकारों के ब्लॉग पर पहुंचकर उन्हें पढ़ने की साथी मेरे ब्लॉग की पोस्ट को शामिल करने के लिए बहुत-बहुत आभार आदरणीय कामिनी जी
जवाब देंहटाएंआपका संकलन वैविध्यपूर्ण एवं सार्थक है क्योंकि आपने गुणवत्ता के आधार पर रचनाएं चुनी हैं । अभिनंदन एवं मेरे आलेख को स्थान देने के निमित्त आभार ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सार्थक चार्चा।
जवाब देंहटाएंआपका आभार आदरणीया कामिनी सिन्हा जी।
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति कामिनी दी। बेहतरीन लिंक...।
जवाब देंहटाएंमेरी लघुकथा को स्थान देने हेतु दिल से आभार।
सभी को बधाई एवं शुभकामनाएँ।
सादर
जलदिवस पर प्रेरणा देती भूमिका के साथ पठनीय सूत्रों से सजी चर्चा, आभार !
जवाब देंहटाएंबढ़िया और सार्थक चर्चा प्रस्तुति के लिए ढेरों शुभकामनाएँ और बधाईयाँ। चर्चा में मुझे भी स्थान देने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर व सार्थक लिंक
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति । सभी सूत्र बेहतरीन हैं। चयनित रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई।मेरे सृजन को प्रस्तुति में सम्मिलित करने के लिए सहृदय आभार कामिनी जी ।
जवाब देंहटाएंआप सभी को हृदयतल से आभार एवं सादर नमस्कार
जवाब देंहटाएंबहुत ही शानदार चर्चा प्रस्तुति.. सभी लिंक्स बेहद उम्दा एवं पठनीय...। मेरी रचना को यहाँ स्थान देने हेतु तहेदिल से धन्यवाद कामिनी जी!
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